राज्य के अधिकतर जिलों में उमस और गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार से लेकर अगले तीन-चार दिनों तक प्रदेशभर में तेज बारिश की कोई संभावना नहीं है। लोगों को इक्का-दुक्का स्थानों पर होने वाली बूंदाबांदी से ही काम चलाना पड़ेगा।

बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर सिस्टम
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल प्रदेश में कोई सक्रिय मौसमी प्रणाली मौजूद नहीं है। जिसके चलते भारी बारिश की संभावना बहुत कम है। मौसम विभाग के अनुसार 25 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दाब क्षेत्र बनने के संकेत मिल रहे हैं। इसके असर से एक बार फिर से मानसून उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो सकता है। अच्छी बारिश की उम्मीद जगेगी।इन जिलों में 25, 26, 27, बहुत भारी बारिश की संभावना
गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, प्रतापगढ़, चंदौली, वाराणसी, संत रवि दास नगर, जौनपुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, रायबरेली, अमेठी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन,बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रवि दास नगर, जौनपुर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, , मुरादाबाद, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं एवं आसपास के इलाकों में।