पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Ex CM Rabari Devi) के नेतृत्व में राजद विधायकों ने नीतीश सरकार (Nitish Government) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। राजद ने आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है। राजद ने कहा कि मतदाताओं को जानबूझकर सूची से हटाया जा रहा है। राजद विधायकों ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और राज्य सरकार मिलकर साचिश रच रही है। उनका मानना है कि इसके जरिए राजद समर्थक मतदाताओं को वोटर लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा।
टेबल उठाने की कोशिश की
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के कुछ विधायक रिपोर्टर टेबल की ओर दौड़े। उन्होंने टेबल को जबरन उठाने की कोशिश की। विधानसभा में मार्शलों ने तुरंत विपक्षी विधायकों को ऐसा करने से रोका। साथ ही टेबल को टूटने से बचाया। इस दौरान स्पीकर ने मार्शलों को विधायकों हाथों में मौजूद तख्तियां छिनने के आदेश दिए। विपक्ष की ओर से कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही थी, जो बाद में हंगामे में बदल गई. संसदीय कार्य मंत्री ललित यादव और पूर्व अध्यक्ष व राजद विधायक अवध बिहारी चौधरी ने विपक्ष के विधायकों से अपील की कि वे अपनी-अपनी सीटों पर वापस जाएं, लेकिन विपक्ष के विधायक वेल में डटे रहे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि आप हंगामा करना चाहते हैं, इसलिए बोलने का मौका देने के बावजूद नहीं बोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जनता के सामने इस तरह का व्यवहार मत दिखाइए। मुझे आप लोगों की चिंता है। अगर अभी आपका गला खराब हो गया तो चुनाव में नारा कैसे लगाएंगे? बता दें कि 25 जुलाई तक बिहार विधानसभा का मानसून सत्र चलेगा।
बिहार चुनाव में विपक्ष की होगी हार
यूपी के गोरखपुर से सांसद रवि किशन ने बिहार वोटर लिस्ट विशेष गहन पुनरीक्षण का विरोध कर रहे कांग्रेस और राजद नेताओं पर बयान दिया है। रवि किशन ने कहा कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव हारने जा रहे हैं। इसलिए वह इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।