सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
प्रभारी निरीक्षक कृष्णा नगर पी.के. सिंह ने बताया कि रविवार रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि बीते दिन पकड़े गए तीन शातिर चोरों के गिरोह का सरगना सूरज सोनी चोरी का माल लेकर अनौरा की ओर जाने वाला है। सूचना मिलते ही अनौरा मोड़ पर एक पुलिस टीम को अलर्ट किया गया और संदिग्धों की तलाशी शुरू कर दी गई। कुछ ही देर में एक बिना नंबर प्लेट वाली बाइक से आते व्यक्ति को देखकर पुलिस टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया। पुलिस को देखकर बदमाश ने तुरंत तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी फायरिंग में बदमाश घायल, अस्पताल में भर्ती
पुलिस की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में बदमाश के पैर में गोली लगी और वह बाइक से गिर पड़ा। पुलिस ने तुरंत उसे पकड़ लिया और उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। घायल सूरज सोनी को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। घटनास्थल से पुलिस ने सूरज के पास से 315 बोर का एक अवैध तमंचा, एक जिंदा कारतूस, चोरी का सामान और एक बिना नंबर की मोटरसाइकिल बरामद की है।घटनास्थल पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारी
मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल और एसीपी कृष्णा नगर विकास पांडेय मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने टीम की कार्रवाई की सराहना करते हुए बताया कि सूरज सोनी राजधानी में बीते कई महीनों से सक्रिय था और चोरी की घटनाओं की रेकी कर अपने अन्य साथियों के साथ वारदातों को अंजाम देता था।रविवार को गिरफ्तार हुए थे गिरोह के तीन अन्य सदस्य

चोरी करने से पहले करता था रेकी
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि सूरज सोनी गली-मोहल्लों में घूमकर बंद पड़े मकानों की रेकी करता था। वह ऐसे घरों को चिन्हित करता था, जिनमें परिवार के लोग बाहर गए होते थे या लंबे समय से बंद थे।इसके बाद वह अपने साथियों के साथ उन घरों में रात को चोरी करता था। चोरी के बाद गिरोह चोरी के सामान को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर बेच देता था।
पहले से दर्ज हैं 17 मुकदमे, गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका
सूरज सोनी पर लखनऊ के अलग-अलग थानों में 17 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी, लूट, अवैध हथियार रखना, और गैंग बनाकर अपराध करना शामिल हैं। वर्ष 2017 में लखनऊ पुलिस द्वारा उस पर गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया था। उसका नाम लंबे समय से पुलिस की निगरानी सूची में शामिल था और कई बार वह जमानत पर बाहर आकर फिर से अपराधों में लिप्त हो गया था।
डीसीपी ने दी जानकारी
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने मुठभेड़ के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि “यह एक शातिर अपराधी है जो लखनऊ में सक्रिय गैंग का सरगना था। इसकी गिरफ्तारी से चोरी की घटनाओं में कमी आएगी। पुलिस लगातार अपराधियों पर नजर बनाए हुए है और आने वाले दिनों में कई और गिरफ्तारी हो सकती हैं।”ऑपरेशन ‘लंगड़ा’ का असर दिखने लगा
लखनऊ पुलिस द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन ‘लंगड़ा’ अब असर दिखाने लगा है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य है कि अपराधी यदि हथियार उठाकर पुलिस का सामना करता है, तो उसे निष्क्रिय किया जाए। इसका नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि मुठभेड़ में अपराधियों के पैर में गोली लगने से वे अक्सर ‘लंगड़े’ होकर गिरफ्तार होते हैं। सूरज सोनी इस ऑपरेशन का ताज़ा शिकार बना है।