नीलामी में क्या-क्या शामिल है
एलडीए की इस ई-नीलामी में वाणिज्यिक (Commercial) और आवासीय (Residential) दोनों प्रकार की संपत्तियों को शामिल किया गया है।
आवासीय भूखंड
- बसंत कुंज योजना (हरदोई रोड) के सेक्टर-H में 60-60 वर्ग मीटर के प्लॉट शामिल हैं।
- इनकी आरक्षित दर ₹32,955 प्रति वर्ग मीटर तय की गई है।
- ये भूखंड आम मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए विशेष रूप से आकर्षक हैं।
व्यावसायिक संपत्तियां
- नीलामी में जिन व्यावसायिक भूखंडों को रखा गया है, उनमें शामिल हैं:
- मॉल-मल्टीप्लेक्स साइट्स
- सिटी क्लब और ग्रुप हाउसिंग भूखंड
- स्कूल, नर्सिंग होम, होटल
- कम्युनिटी सेंटर, सीएनजी स्टेशन, पेट्रोल पंप
- मिश्रित भू-उपयोग वाले प्लॉट (Mixed Use Land)
ये भूखंड लखनऊ के प्रमुख क्षेत्रों जैसे गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम विस्तार, शारदानगर, सीजी सिटी, कानपुर रोड, ट्रांसपोर्ट नगर आदि में स्थित हैं।
कैसे करें पंजीकरण
ई-नीलामी में भाग लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति को एलडीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए आवेदक को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- https://ldaonline.in पर लॉगिन करें
- “ई-नीलामी” सेक्शन में जाएं
- उपयुक्त योजना और संपत्ति का चयन करें
- जरूरी दस्तावेज अपलोड करें (आधार, पैन, पता प्रमाण, बैंक डिटेल्स)
- तय ईएमडी राशि (Earnest Money Deposit) जमा करें
- सबमिट करने के बाद आपको बिडिंग आईडी प्राप्त होगी
क्यों है यह ई-नीलामी विशेष
एलडीए की यह नीलामी न केवल पारदर्शिता के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे आम नागरिकों को बिना किसी बिचौलिये के सीधे प्राधिकरण से प्लॉट खरीदने का मौका मिलेगा। एक महीने तक पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है ताकि लोग अपनी सुविधानुसार समय पर दस्तावेजों को तैयार कर सकें। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब एलडीए इतनी बड़ी मात्रा में संपत्तियों की नीलामी कर रहा है, लेकिन इस बार नीलामी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और टेक्नोलॉजी बेस्ड बनाया गया है।
निवेशकों के लिए अवसर
यह नीलामी उन लोगों के लिए भी सुनहरा मौका है जो लखनऊ में व्यावसायिक संस्थान खोलना चाहते हैं। मॉल, अस्पताल, स्कूल, होटल जैसी परियोजनाओं के लिए विशेष भूखंडों की व्यवस्था की गई है। इससे न सिर्फ़ शहर की रियल एस्टेट गतिविधियां बढ़ेंगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
क्या कहते हैं प्रॉपर्टी विशेषज्ञ
रियल एस्टेट विशेषज्ञों का मानना है कि गृह निर्माण एवं व्यवसाय के क्षेत्र में लखनऊ की ग्रोथ बहुत तेज़ी से हो रही है। ऐसे में प्राधिकरण की ओर से उपलब्ध कराए गए भूखंड उचित मूल्य पर मिलने से खरीददारों को लाभ होगा। रियल एस्टेट कंसल्टेंट सौरभ श्रीवास्तव कहते हैं, “LDA की संपत्तियों में निवेश सुरक्षित होता है क्योंकि ये कानूनी रूप से स्वच्छ होती हैं और भविष्य में इनके दाम भी बढ़ते हैं। सरकारी संपत्ति में पारदर्शिता और विश्वास एक बड़ा फैक्टर है।”
पहले की नीलामियों से सीख
एलडीए ने बीते वर्षों में भी इस तरह की कई नीलामियों की हैं। हालांकि, कुछ मामलों में लोगों ने समय पर भुगतान न कर पाने के चलते संपत्तियां गंवा दीं। इस बार प्राधिकरण ने नियमों को पहले से अधिक सख्त किया है। यदि बिड जीतने वाला व्यक्ति निर्धारित समय सीमा में पूर्ण भुगतान नहीं करता है, तो उसकी ईएमडी जब्त कर ली जाएगी और संपत्ति को दोबारा नीलामी में रखा जाएगा। ई-नीलामी की प्रमुख शर्तें
- पंजीकरण की अंतिम तिथि: 7 अगस्त 2025
- नीलामी तिथि: 8 अगस्त 2025
- बोली केवल पंजीकृत यूजर्स ही लगा सकेंगे
- ईएमडी का भुगतान अनिवार्य
- बिड जीतने के बाद 30 दिन के भीतर भुगतान करना होगा
- असफल होने पर संपत्ति दोबारा नीलामी में जाएगी
लखनऊ एक उभरता हुआ स्मार्ट सिटी हब
लखनऊ तेजी से स्मार्ट सिटी के रूप में उभर रहा है। सीजी सिटी, गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम जैसे क्षेत्रों में सड़कों, पार्कों, ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश से यहां की जमीन की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में एलडीए की संपत्तियों की मांग आने वाले समय में और बढ़ने की संभावना है।