इस नई सूची में उद्योग और व्यापार प्रकोष्ठ से लेकर खेलकूद प्रकोष्ठ तक के कुल छह प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के नाम शामिल हैं। इसके अलावा, जयपुर, नागौर और धौलपुर में ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां भी की गई हैं। यह कदम पार्टी के संगठन को और अधिक सक्रिय और प्रभावी बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
जानें कौन-कौन बने प्रकोष्ठ अध्यक्ष?
नोटिफिकेशन के अनुसार, उद्योग और व्यापार प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी मुकुल गोयल को सौंपी गई है। गोयल को व्यापारिक समुदाय के साथ समन्वय स्थापित करने और उनकी समस्याओं को पार्टी के मंच पर उठाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। कच्ची बस्ती प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के रूप में भरत मेघवाल को नियुक्त किया गया है, जो समाज के वंचित वर्गों के मुद्दों को और प्रभावी ढंग से उठाने का प्रयास करेंगे। वहीं, स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ की कमान जीवन खान कायमखानी को दी गई है, जिन्हें स्थानीय शासन से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देना होगा। पर्यावरण संरक्षण प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सुशील पारीक को सौंपी गई है। पारीक पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर जागरूकता फैलाने और नीतियों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
अभाव अभियोग प्रकोष्ठ की अध्यक्षता योगिता शर्मा करेंगी, जो सामाजिक न्याय और शिकायत निवारण से जुड़े मामलों पर काम करेंगी। सहकारिता प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के रूप में संदीप यादव को नियुक्त किया गया है, जो सहकारी संस्थाओं के साथ समन्वय बनाकर पार्टी की नीतियों को और प्रभावी बनाएंगे।
वहीं, खेलकूद प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी अमीन पठान को दी गई है, जो युवाओं और खेल प्रेमियों को पार्टी से जोड़ने का प्रयास करेंगे। समन्वयक की भूमिका भंवर लाल बिश्नोई को सौंपी गई है, जो विभिन्न प्रकोष्ठों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने का काम करेंगे।
ब्लॉक स्तर पर भी नई नियुक्तियां
प्रकोष्ठों के साथ-साथ, राजस्थान कांग्रेस ने ब्लॉक स्तर पर भी संगठन को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। जयपुर के सांगानेर और मानसरोवर ब्लॉकों में नए ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा, नागौर के मिठडी और धौलपुर के राजाखेड़ा में भी ब्लॉक अध्यक्ष बनाए गए हैं। बता दें, ये नियुक्तियां स्थानीय स्तर पर पार्टी की गतिविधियों को और अधिक गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। ब्लॉक अध्यक्षों को स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय स्थापित करने और जमीनी स्तर पर पार्टी की नीतियों को लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गौरतलब है कि इन नियुक्तियों के बाद राजस्थान कांग्रेस की संगठनात्मक संरचना मजबती से काम करेगी। पार्टी ने विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों को प्रतिनिधित्व देने के लिए विविध पृष्ठभूमि के नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है।