जयपुर। देख नहीं सकते, लेकिन महसूस कर सकते हैं… प्रकृति की नमी, मिट्टी की खुशबू और हरियाली का स्पर्श। जब नेत्र दिव्यांग बच्चों ने अपने हाथों से पौधे लगाए, तो लगा जैसे हरियाली को देखने के लिए आंखों की नहीं, दिल की जरूरत होती है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में रविवार का दिन भावुक और प्रेरणादायक रहा।
पत्रिका के ग्रीन जयपुर अभियान ( हरियाळो राजस्थान) के तहत विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र, रोड नंबर 15 स्थित पार्क में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्लांटेशन बोर्ड (पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद) के सहयोग से हुए कार्यक्रम में लुइस ब्रेल दृष्टिहीन उच्च प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों समेत अन्य ने पौधरोपण किया।
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प्लांटेशन बोर्ड के चेयरमैन सर्वेश्वर शर्मा ने कहा कि इस विशेष पौधरोपण कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि पर्यावरण से जुड़ाव किसी दृष्टि का मोहताज नहीं होता, केवल भावनाओं की गहराई होनी चाहिए। परिषद के उप निदेशक प्रवीण शर्मा ने बताया कि इस बीच नीम, आंवला, अशोक, जामुन समेत अन्य किस्मों के करीब 70 पौधे लगाए गए।
चिरायु हॉस्पिटल के डायरेक्टर मोहित चौधरी ने कहा कि इन दिव्यांग बच्चों की चिकित्सा में हॉस्पिटल की ओर से सहायता की जाएगी। इस दौरान शिव शंकर गर्ग, विद्यालय समिति के सचिव ओमप्रकाश अग्रवाल, विजेंद्र सिंह समेत अन्य मौजूद रहे। मौके पर उपस्थित लोगों ने पौधों की देखरेख और पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। सभी ने ‘ग्रीन जयपुर, क्लीन जयपुर’ और ‘आज का पौधा, कल का जीवन’ के नारे लगाए।
Hindi News / Jaipur / ग्रीन जयपुर अभियान : ‘प्रकृति से दिल का रिश्ता: दृष्टि दिव्यांग बच्चों ने बोई उम्मीद की हरियाली’