इसी क्रम में बरसाती पानी की जद में आए भरतिया अस्पताल के आगे जमा हुए पानी का निकास नहीं हुआ। यहां जल भराव के कारण अस्पताल के प्रवेश द्वार से लोगों आने जाने में परेशानी हुई। इसके अलावा चांदनी चौक, बाबोसा मंदिर मार्ग, बहड़ मार्ग, डाबला रोड़ सहित अनेक स्थानों पर बारिश का पानी एकत्रित होने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
जिले में सावन के पहले दिन सुबह 8.30 बजे तक सबसे कम बारिश सिद्धमुख में 6 मिमी दर्ज की गई। बीदासर और राजगढ़ में 7-7 मिमी., तारानगर में 11 तथा राजलदेसर में 13 मिमी.बारिश दर्ज की गई। सरदारशहर में 22, सुजानगढ़ में 32, रतनगढ़ में 37, चूरू में 43 तथा भानीपुरा में 48 मिमी.बारिश दर्ज की गई। इस तरह जिले में शुक्रवार को सुबह तक कुल 226 मिमी.बारिश हुई।
बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से लोहिया कॉलेज के आगे जल भराव की समस्या बन रही। दूसरे दिन भी निकासी नहीं होने से विद्यार्थियों को पानी से होकर गुजरना पड़ा। शहर के इस व्यस्त मार्ग पर निरंतर पानी जमा रहने से पैदल चलने वाले राहगीरों का निकलना कठिन रहा वहीं वाहन चालकों को भी परेशानी हुई।