केंद्रीय कृषि मंत्री के हाल ही में दिए गए बयान कि, ‘भारत कृषि क्षेत्र में नई क्रांति ला रहा है, किसान पहले से खुशहाल हैं और देश जल्द ही ‘फूड बास्केट ऑफ द वर्ल्ड’ बनेगा, ‘ पर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने तीखा हमला बोला है।
जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा है कि, ‘केंद्रीय कृषि मंत्री ने फिर नया झूठ बोला है। खेतों में आग लगी है, किसान कर्ज में डूबे हैं, धान, गेहूं और प्याज के दाम औंधे मुंह गिरे हुए हैं, लेकिन मंत्री जी को लगता है कि कृषि में क्रांति हो रही है। ये क्रांति सिर्फ आंकड़ों में दिखती है, जमीन पर नहीं।’
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उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी टैग करते हुए कहा कि, आपने किसानों के नाम पर राजनीति की, अब आपके केंद्रीय मंत्री जमीनी हकीकत छुपा रहे हैं।’
पटवारी ने इस पोस्ट में उदाहरण देते हुए बताया कि ‘मध्यप्रदेश में पिछले 6 महीनों में 300 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने सवाल किया कि क्या ये क्रांति की तस्वीर है?’
कांग्रेस नेता पटवारी ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार केवल बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने वाली नीतियां बना रही है, जबकि छोटे और सीमांत किसान आज भी MSP, बीमा भुगतान और मंडी व्यवस्था के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
यहां जानें एक्स पर जीतू पटवारी ने कैसे दिखाया आंकड़ों का खेल
जीती पटवारी ने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि कृषि मंत्री जैसा हाल दिखा रहे हैं, सच्चाई इसके विपरीत है, उन्होंने लिखा कि… *– जबकि सच्चाई यह है कि किसान बदहाल हैं! इसी साल मप्र के किसान पानी की किल्लत, घटती पैदावार और गिरते दाम से जूझ रहे हैं! *–अकेले 2025 में गेहूं की सरकारी खरीद पिछले साल के मुकाबले 37% घट गई है और किसान फसल बेचने के लिए भटक भी रहे हैं!
पोस्ट में बताए किसानों की बदहाली के कारण
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने केंद्रीय कृषि मंत्री को संबोधित करते हुए किसानों की बदहाली के 4 प्रमुख कारण भी बताए… कृषि मंत्रीजी,
किसानों की बदहाली,
प्रमुख कारण भी जान लें!
1.सूखे और सिंचाई की समस्या
जीती पटवारी किसानों की बदहाली का पहला प्रमुख कारण सूखा और सिंचाई की समस्या को माना। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि-‘ कम बारिश और सिंचाई अव्यवस्था ने हजारों किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है! मप्र के कई जिलों में किसानों का मुनाफा तो दूर, खेती की लागत ही नहीं निकल पाई!’
2. सरकारी खरीद एक छलावा
पटवारी ने कहा कि, ‘दावा है MSP और सरकारी खरीद लाभ दिलाती है, लेकिन असल में 90% से ज़्यादा किसान मजबूरी में अपनी फसल प्राइवेट व्यापारियों को औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर हैं!’
3.कर्ज और आत्महत्या की भयावहता
प्रदेश और देश में किसानों की दयनीय स्थिति की बात कही। उन्होंने बाकायदा पोस्ट में लिखा है कि- ‘किसानों की दशा इतनी खराब कि वे कर्ज के दलदल में डूबते जा रहे हैं! कई जगह किसान आत्महत्या को मजबूर हैं! क्या इसकी रोकथाम के लिए सरकार ने कोई प्रभावी पहल की है?’
4. झूठे वादे और अधूरी योजनाएं
एमपी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर लालाच दिखाने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि-‘किसानों को योजनाओं का लालच दिखाया जाता है, पर जमीनी स्तर पर न तो समय पर बीज, न खाद, न सिंचाई मदद पहुंचती है! खुद कृषि मंत्री के लोकसभा क्षेत्र में ही स्थिति सबसे खराब है!’
फूड बास्केट इंडिया पर जीतू पटवारी ने क्या लिखा?
जीतू पटवारी ने फूड बास्केट इंडिया को भी बीजेपी सरकार का सब्जबाग दिखाने का अंदाज बताया। उन्होंने केंद्र सरकार की कई योजनाओं की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया कि कैसे किसान को ठगा जा रहा है…
अब आंकड़ों के आईने में फूड बास्केट!
1.कागजों पर भारत ‘संपन्न’, हकीकत में भूखे करोड़ों
केंद्र सरकार ‘खाद्य सुरक्षा’ की बात करती है, मगर 13 करोड़ से ज्यादा भारतीय अभी भी राशन योजनाओं से वंचित हैं!
2.कागजी उत्पादन बढ़ा, लेकिन मुनाफा नहीं
यदि कागजी उत्पादन बढ़ भी गया, लेकिन लागत, कर्ज, सिंचाई, मंडी की लूट और MSP का लाभ न मिल पाने से किसान दर-बदर हैं! 3. कृषि नीति में भारी खोट
विकास के नाम पर बड़े पूंजीपति लाभ में हैं, लेकिन किसान फिर भी हाशिए पर ही हैं! नकली खाद/कीटनाशकों से किसान ठगा जा रहा है! क्यों, कब तक?
यहां पढ़ें पूरी पोस्ट
बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अक्सर बीजेपी के प्रमुख कार्यक्रमों में कृषि क्रांति और किसानों की खुशहाली और भविष्य की योजनाओं को लेकर जहां दावे करते नजर आते हैं, वहीं देश को ‘फूड बास्केट’ बनाने की उम्मीद भी दिखाते उनके बयान सुनाई देते हैं। वहीं विपक्ष इसे आंकड़ों का भ्रम बता रहा है।
एमपी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी जैसे नेताओं का कहना है कि जमीन पर किसान आज भी कर्ज, आत्महत्या और दामों की मार झेल रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या यह असली कृषि क्रांति है या सिर्फ प्रचार की राजनीति? हकीकत तो तब ही पता चल सकेगी, जब बीजेपी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया देगी। क्योंकि पोस्ट शेयर किए हुए 20 घंटे से भी ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन अब तक बीजेपी की ओर से किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि कांग्रेस नेता ने शिवराज सिंह चौहान के साथ ही पीएम मोदी, सीएम मोहन यादव को भी टैग किया है।