बाढ़ के हालात पर भारी प्रशासनिक लापरवाही
बाढ़ के हालात हैं। बारिश के कहर के बीच प्रशासनिक लापरवाही ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। उफनती नदी-नाले और रपटों के पास चेतावनी और बैरिकेडिंग न होेने से छतरपुर और देवास में दो बड़े हादसे हुए। इसमें तीन लोगों की बहने से मौत हो गई। दो गंभीर हैं।
धसान नदी की पुलिया पर बह गई पिकअप, एक की मौत
छतरपुर-टीकमगढ़ मार्ग पर पचेर घाट में धसान नदी की पुलिया पर पिकअप बह गई। इसमें सवार राहुल अहिरवार और एक अन्य कांच तोड़कर कूदे और पेड़ के सहारे जान बचाई, पर खजुराहो के कृष्ण विश्वकर्मा की मौत हो गई। कालीसिंध में गिरी कार, दो की मौत
वहीं,
इंदौर-बैतूल हाईवे पर कालीसिंध के पुल से कार नदी में जा गिरी। इसमें दो लोगों की डूबने से मौत हो गई। दो गंभीर हैं। वहीं, चित्रकूट में तीन दिन पहले डूबे दो के शव मिले हैं।
बन्ने नदी के तेज बहाव से पुल के दोनों छोर की सड़क बही
बन्ने नदी के तेज बहाव से पुल के दोनों छोर की सड़क बह गई। दर्जनों गाड़ियां रास्ते में फंसी। बिजावर से कानपुर-सागर को जोड़ने वाला मार्ग भी बंद हो गया। रौरा गांव के पास पुल किनारे की सड़क बह गई। खजुराहो क्षेत्र के देवगांव-देवरा मार्ग पर पुल बह गया। लापरवाही के बोर में डूबीं दो बच्चियां
सतना. खेत में खुला बोर छोड़ा, बारिश में लबालब पानी में छिपे इस गड्ढे ने बच्चों की जान ने ली। सतना जिले के हिलौंदा हार गांव में परिवार के साथ धान लगाने गई दो बच्चियां लौट रही थी। भटवा टोला सलैया की सोमवती (16) पिता छक्कू और दुर्गा (10) पिता संतोष शाम 5.30 बजे पानी से भरे बांधनुमा खेत की ओर गई। काफी देर नहीं लौटी। सूचना पर पुलिस पहुंची तो सोमवती का शव खेत से मिला। दुर्गा लापता है। खबर लिखे जाने तक तलाश जारी थी। बता दें, सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने रोकथाम एंव सुरक्षा अधिनियम – 2024 बनाया। इसके तहत खुले बोरवेल छोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। एजेंसी के साथ जमीन मालिक पर सख्त कार्रवाई के प्रावधान है। इसके बाद भी बोर खुले हैं, प्रशासन मौन।
छतरपुर में कहर, 40 गांवों से संपर्क टूटा
—चित्रकूट में राहत, मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे पहुंचा। –कई पुल और सड़कें बहीं। ४० से ज्यादा गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा। –छतरपुर में 24 घंटे में 4.3 इंच औसत बारिश। धसान, बन्ने, केन, पुखराव नदी लाल निशान से ऊपर।
अब आगे क्या?
रेड अलर्ट: मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और श्योपुरकलां। ऑरेंज अलर्ट : विदिशा, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, आगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी।