2.47 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर
आंकड़ों के अनुसार, चिकनगुनिया बढ़ने की दर 7.02 प्रतिशत रही, जबकि डेंगू के बढ़ने की दर केवल 2.47 प्रतिशत रही। इससे यह अंदेशा मजबूत होता है कि चिकनगुनिया के कई मामले परीक्षण के बाहर छूट रहे हैं, यानी कम रिपोर्टिंग हो रही है। 28 जून को अंतिम सप्ताह में भी यही प्रवृत्ति दिखी। तब डेंगू के 272 जांच में से नौ ग्रस्त पाए गए। यानी 1.14 प्रतिशत डेंगू के मामले बढ़े। चिकनगुनिया की 57 जांच हुई और तीन संक्रमित पाए गए।ये हैं चिकनगुनिया के लक्षण
-अचानक तेज बुखार आना।-गंभीर जोड़ों का दर्द होना।
-मांसपेशियों में दर्द दर्द और जकड़न होना।
-तेज और लगातार सिरदर्द होना।
-अत्यधिक थकान और कमजोरी होना।
-शरीर पर लाल चकत्ते, जो बुखार के कुछ दिनों बाद दिखाई देते हैं।
-कुछ लोगों को मतली, उल्टी, आंखों में लाली और सूजन भी हो सकती है।