बता दें कि जालसाजी करने में तहसील समेत अन्य जगहों पर संगठित गिरोह पिछले दो साल से सक्रिय है। कई ई-मित्र संचालकों की भी मिलीभगत है। राजस्थान पत्रिका ने पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
गारंटी देकर पेंशन चालू करवाने का झांसा
गिरोह वृद्धावस्था पेंशन चालू करवाने की गारंटी देकर पेंशन चालू करवाने के लिए युवाओं से संपर्क करता है। युवाओं को बुजुर्ग बनाने के लिए हिसाब से रेट तय होती है। पुरुषों को 58 वर्ष और महिलाओं को 55 वर्ष करने के लिए पांच से दस हजार रुपए तक लिए जा रहे हैं। पेंशन के रूप में राज्य सरकार की ओर से प्रतिमाह 1250 रुपए दिए जा रहे हैं।
चुटकियों का काम
आधार कार्ड में जन्म तारीख बदलने की प्रक्रिया जटिल है। जन्म तारीख, नाम या पता परिवर्तन करवाने के लिए कई तरह के दस्तावेज सत्यापित करवाए जाते हैं। गिरोह यह काम चुटकियों में कर रहा। इस बारे में लाभार्थियों से फोन पर बात की तो ई-मित्र संचालकों में हड़कंप मच गया।
पत्रिका ने की पड़ताल
मामले की तह में जाने के लिए वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थियों से पत्रिका ने मोबाइल पर संपर्क साधा। उनसे पूछा कि पेंशन कब से मिल रही है तो फोन काट दिया। दूसरे लाभार्थी से बात की तो उसका कहना था कि ई-मित्र से करवाया। ई-मित्र वाले का नाम पूछा तो बताने से मना कर दिया।
पड़ताल में ये मामले आए सामने
-थोरियाखेड़ा निवासी गेहरीलाल बैरवा के आधार कार्ड में उम्र 1 जनवरी 1978 थी। वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए परिवर्तन करवा कर 1 जनवरी 1965 करवा दी। योजना के तहत जून 2024 से बैंक खाते में पेंशन आ रही। उसे सरकार ने मार्च 2025 तक 11500 रुपए डाल दिए।
-थोरियाखेड़ा निवासी संतू पत्नी गेहरीलाल बैरवा के आधार कार्ड में अंकित जन्म तारीख एक जनवरी 1983 थी। पेंशन का लाभ लेने के लिए 12 मई 1965 करवाकर अगस्त 2024 से अब तक सरकार ने इनके बैंक खाते में 10350 रुपए डाल दिए।
-रेबारियों की ढाणी ग्राम पंचायत खाखरमाला के राजमल रेबारी के पहले के आधार कार्ड में जन्म दिनांक 1 जनवरी 1976 थी। योजना का लाभ लेने के लिए 1 फरवरी 1966 बदलवाकर जून-2024 से मार्च-2025 तक सरकार की ओर से 11500 रुपए बैंक खाते में डाल दिए।
करवा रहे जांच
अपात्रों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ लिए जाने का मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच करवा कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
-नूतन कुमार शर्मा, उपनिदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, भीलवाड़ा