जिलाधिकारी ने मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को पौधों का वितरण करते हुए इसे प्रसाद बताया। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए विश्राम स्थलों, चिकित्सा शिविरों और पुलिस सहायता चौकियों की स्थापना की गई है। एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि इस बार बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में शामिल हो रही हैं। इसे देखते हुए हर प्रमुख मंदिर पर महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। उन्होंने सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को लेकर संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
भमोरा में पुलिस चौकी का निरीक्षण, सीसीटीवी कैमरे न होने पर जताई नाराजगी
धोपेश्वरनाथ मंदिर से भ्रमण के बाद दोनों अधिकारी बरेली-बदायूं मार्ग पर स्थित थाना भमोरा क्षेत्र के कांवड़ सहायता केंद्र पहुंचे। यहां ड्यूटी रजिस्टर व कांवड़ जत्थों का नामांकन रजिस्टर चेक किया गया। निरीक्षण के दौरान पुलिस चौकी पर सीसीटीवी कैमरे न लगे होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और तत्काल कैमरे लगाने के निर्देश दिए। साथ ही पुलिस कर्मियों के लिए जलपान व विश्राम की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
नितोई व रामगंगा तट पर कांवड़ियों को भोजन, पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
इसके बाद ग्राम नितोई और रामगंगा के किनारे स्थित प्रशासनिक शिविरों में जाकर अधिकारियों ने कांवड़ियों को भंडारे में प्रसाद वितरण किया और पुष्प वर्षा कर उन्हें आगे की यात्रा के लिए विदा किया। अधिकारी स्वयं भोजन परोसते दिखे, जिससे श्रद्धालुओं में उत्साह और श्रद्धा की भावना और प्रबल हुई। डीएम ने कहा कि कांवड़ियों की सेवा और सुविधा जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। शिवभक्तों के लिए ठहरने, चिकित्सा, जलापूर्ति, भोजन और सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। एसएसपी ने भी कांवड़ यात्रा मार्ग की व्यवस्था को संतोषजनक बताते हुए कहा कि संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल तैनात है और लगातार निगरानी की जा रही है।