इंस्पेक्टर इज्जतनगर बिजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रापर्टी को लेकर परिवार में कुछ विवाद था। बीनू गंगवार की ओर से तहरीर मिली है। उसकी जांच की जा रही है। जांच के क्रम में पूर्व ब्लॉक प्रमुख बीनू गंगवार और पारुल गंगवार को बुलाया था। उनके दस्तावेज लिये गये हैं। जांच की जा रही है। बीनू गंगवार ने देवर विशाल गंगवार एवं देवरानी पारुल गंगवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बीनू गंगवार ने दावा किया है कि उनके हिस्से की संपत्ति पर जबरन कब्जा कर लिया गया है।
चुनाव के नाम पर किया था वादा, फिर पलटे परिवारजन
बीनू गंगवार ने बताया कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने अपने हिस्से की संपत्ति की मांग की थी, जिसे देवर-देवरानी ने यह कहकर टाल दिया कि चुनाव के बाद सभी मिल बैठकर बंटवारा कर लेंगे। उन्हें परिवार की एकता दिखाने के लिए साथ चलने को कहा गया। बीनू ने बताया कि चुनाव में टिकट न मिलने के बाद वादा भुला दिया गया और उल्टा उनके बेटे के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया, जिसे न्यायालय खारिज कर चुका है।
संपत्ति कब्जे और धमकियों का आरोप, थाने पहुंचने की तैयारी
पूर्व ब्लॉक प्रमुख बीनू ने बताया कि उनके द्वारा लंबे समय से अशर्फी बारातघर के पास 400 गज की बिल्डिंग में बनी दुकानें किराये पर दी जा रहीं हैं। हाल ही में एक दुकान युधिष्ठर ने खाली की थी। जिस पर उन्होंने एक ओर अपना ताला लगा दिया था। इसके बाद पारुल गंगवार ने भी अपनी ओर से दुकान में ताले लगवा दिए। उनके खिलाफ एफआईआर के लिए तहरीर इज्जतनगर पुलिस को दी गई। बीनू गंगवार ने कहा है कि वे मंगलवार सुबह 10 बजे थाना इज्जतनगर अपने सभी दस्तावेजों के साथ पहुंचीं थीं। उन्होंने कहा कि प्रापर्टी मेरे नाम पर है। किरायेदार मैंने रखे, किराया मैं ले रहीं हूं। पारुल और विशाल ने किस हैसियत से मेरी दुकानों में ताले डाले हैं। मुझे प्रापर्टी में अपना पूरा हिस्सा चाहिये।
मानसिक उत्पीड़न कर रहे घरवाले, दी कड़ी चेतावनी
बीनू गंगवार का कहना है कि संपत्ति विवाद के चलते वह और उनके बच्चे मानसिक तनाव में हैं, बच्चों की पढ़ाई रुक चुकी है और भरण-पोषण भी संकट में है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनके या उनके बच्चों के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है, तो इसके लिए सीधे तौर पर विशाल गंगवार और पारुल गंगवार जिम्मेदार होंगे। उन्होंने साफ कहा है कि अब यह अन्याय और उत्पीड़न अधिक नहीं सहा जाएगा। न्याय की इस लड़ाई में वह पीछे नहीं हटेंगी और कानूनन अपना हक लेकर रहेंगी।