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राजस्थान के इस सरकारी स्कूल में आज भी पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर विद्यार्थी, जानिए आखिर क्यों

राजस्थान के बडला के सरकारी स्कूल में आज भी विद्यार्थी पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। पढ़ें पत्रिका संवाददाता ओमप्रकाश साहू की रिपोर्ट-

अजमेरJul 17, 2025 / 05:56 pm

Santosh Trivedi

rajasthan govt school

Photo- Patrika

अजमेर/नागोला। ग्राम पंचायत के ग्राम बडला उर्फ़ काला तालाब स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में मुख्य विषय के व्याख्याताओं एवं कक्षा-कक्षों की कमी के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। पहली से लेकर 11वीं कक्षा तक के कुल 300 विद्यार्थी मात्र 5 कमरों में बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

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पूर्व उपसरपंच जीवराज गुर्जर ने बताया कि विद्यालय में 11 कक्षाओं के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए मात्र 6 शिक्षक हैं। ऐसे में प्रत्येक शिक्षक को 2-2 कक्षाओं के विद्यार्थियों को एक जगह बैठाकर पढ़ाना पड़ता है। विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नहीं होने से विद्यार्थियों को ही सफाई करनी पड़ती है।

धूप और बारिश में दिक्कत

बड़ला के सरकारी विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त कमरे नहीं हैं। विद्यालय में 5 कमरे और 11 कक्षाएं हैं। कक्षा 7 से लेकर 11 तक की कक्षाएं स्कूल के 5 कमरों में चलती हैं, जबकि पहली से लेकर छठी कक्षा तक के विद्यार्थी बरामदा एवं नीम के पेड़ के नीचे बैठकर शिक्षा ग्रहण करते हैं। बारिश और गर्मी के मौसम में बच्चों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कुल कमरे सात


बड़ला के सरकारी विद्यालय में कुल सात कमरे हैं। इनमें से एक कमरे पर जर्जर अवस्था के कारण 2 साल से ताला लगा है। एक कमरे में प्रधानाचार्य का कार्यालय है। शेष पांच कमरों में कक्षा 11 तक की कक्षाएं चलती हैं।

1952 में हुई स्थापना

बडला उर्फ़ काला तालाब में राजकीय प्राथमिक विद्यालय की स्थापना 1952 में हुई। इसके बाद 1998 में उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत हुआ। फिर 2023 में उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत हुआ। इसमें अभी 11वीं कक्षा चल रही है। अगले साल से 12वीं कक्षा चलेगी।

स्कूल के सामने नाडी

Badla school
विद्यालय का परिसर बहुत छोटा है। इसमें सुबह की प्रार्थना सभा भी सही ढंग से नहीं हो पाती है। विद्यालय के सामने तालाबनुमा बहुत बड़ी नाडी स्थित है। इसकी गहराई करीब 4 से 5 फीट है। इसमें करीब 6 महीने तक पानी भरा रहता है। इसी नाडी के सहारे 7 फीट चौड़ी और 150 सौ फीट लंबी सीसी रोड बनी हुई है। इसी मार्ग से रोजाना विद्यार्थी स्कूल पहुंचते हैं। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा होने का अंदेशा बना रहता है। स्कूल का खेल मैदान करीब एक किलोमीटर दूर धोरामंड खेड़ा के रास्ते पर है। खेल मैदान स्कूल से दूर होने के कारण बच्चे खेल मैदान तक पहुंच भी नहीं पाते हैं।

13 में से 7 पद रिक्त

बडला के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान एवं गणित जैसे प्रमुख विषय के व्याख्याताओं के पद रिक्त हैं। वरिष्ठ अध्यापक सैकंड ग्रेड, एल वन सैकंड ग्रेड समेत लिपिक का पद रिक्त है। कुल 13 पद स्वीकृत हैं। ऐसे में अभी 7 पद रिक्त चल रहे हैं। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

इनका कहना है…

बडला स्कूल में कमरों की कमी के कारण कक्षा 7 से 11 तक की कक्षाएं 5 कमरों में चलती हैं। कक्षा 1 से 6 तक के विद्यार्थी बरामदा एवं पेड़ के नीचे पढ़ाई करते हैं।
  • नीता बूब, प्रधानाचार्य, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बडला
बडला स्कूल में कमरों की कमी है, तो प्रिंसिपल प्रस्ताव बनाकर भेजें। हम उस प्रस्ताव को आगे भेज देंगे। बाकी कमरे बनाने का हमारे हाथ में कुछ भी नहीं है। स्टाफ की कमी को दो-तीन दिन में पूरा कर दिया जाएगा।
  • अशोक कुमार राव, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, भिनाय

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