निरीक्षण के दौरान कोर कटिंग कराई गई, सड़क की लंबाई-चौड़ाई मापी गई और शोल्डर निर्माण नहीं होने पर उप मुख्यमंत्री ने गहरी नाराजगी जताई। मौके पर ही उन्होंने ठेकेदार को फटकार लगाते हुए कार्य को निर्धारित मानकों के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिए। इस निरीक्षण में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत और पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
औचक निरीक्षण जारी रहेंगे- डीप्टी CM
सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं,मीडिया से बातचीत में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि निरीक्षण में अधिकतर पैरामीटर संतोषजनक पाए गए, लेकिन शोल्डर अधूरा था, जिसे ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे औचक निरीक्षण सभी क्षेत्रों में किए जा रहे हैं और आगे भी जारी रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी मंत्री और जनप्रतिनिधि निर्माण कार्यों की निगरानी की सामूहिक जिम्मेदारी निभाएंगे, जिससे समय रहते खामियों को दुरुस्त किया जा सके और भविष्य में बार-बार मरम्मत की ज़रूरत न पड़े।
‘सड़कों की लॉन्ग लास्टिंग क्वालिटी चाहिए’
दीया कुमारी ने दो टूक कहा कि मैं मानती हूं कि भले हजारों सड़कें न बनें, लेकिन जो भी बने वह टिकाऊ और गुणवत्ता युक्त होनी चाहिए। सिर्फ दिखावे के लिए सड़क बनाने का कोई फायदा नहीं। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी की लगातार बैठकें ली जा रही हैं और जल्द विभागीय प्रक्रिया में बदलाव कर क्वालिटी वर्क सुनिश्चित किया जाएगा।
ठेकेदारों को दी सख्त चेतावनी
बरसात में खराब हो रही सड़कों के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर सड़कें पहले की बनी हुई हैं। ठेकेदारों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। हम बार-बार निरीक्षण करेंगे ताकि उन्हें गंभीरता का एहसास हो। यदि ध्यान नहीं देंगे तो सरकार कार्रवाई करेगी।