जांच के दौरान शराब कारोबारी पप्पू बंसल के बयान और अनवर ढेबर की वाट्सऐप चैट और वाइस रिकॉर्ड में इसके साक्ष्य मिले हैं। वहीं बचाव पक्ष ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए न्यायाधीश को बताया कि 2022 से जांच चल रही है। अब तक एक बार भी चैतन्य का बयान और उन्हें समंस जारी नहीं किया गया। पिछले बार
छापेमारी में लैपटॉप और दस्तावेज जब्त किए गए थे। शराब घोटाले में आरोपी बनाए गए पप्पू बंसल के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हुआ उसके बयान के आधार पर गिरफ्तारी की गई है। जबकि प्रकरण के पंजीयन के बाद केस की सुनवाई तक शुरू नहीं हुई है।
सड़क से सदन तक चढ़ा सियासी पारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से दिनभर राजनीति गरमाई रही। इसका असर सड़क से लेकर विधानसभा तक में दिखाई दिया। सुबह पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने घर ईडी के छापे की खबर सोशल मीडिया में साझा की। खबर फैलते ही भूपेश के भिलाई तीन स्थित निवास पर समर्थकों की भीड़ लग गई। यहां पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। यह मामला विधानसभा के मानसून सत्र में भी उठा। विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा की कार्यवाही का पूरे दिन के लिए बहिष्कार कर दिया।
कांग्रेस आज सभी जिला मुख्यालयों में करेगी पप्रदर्शन भ्रष्टाचार में नवाचार ई डी का क्या मसला है, मुझे नहीं मालूम है। सेंट्रल की एजेंसी है, वहीं बताएंगे। बघेल अपने बयान से किसी को भ्रमित नहीं कर पाएंगे। यहां भ्रष्टाचार में नवाचार किया है। भ्रष्टाचार का कॉन्सेप्ट एक्सपोर्ट किया। कुछ भी कहकर लोगों को भ्रम में नहीं डालते हैं। ईडी सबके घर नहीं जाती है। कोई मामला होगा, तो ही आई है।
विजय शर्मा, डिप्टी सीएम ताउम्र याद रहेगा तोहफा जन्मदिन का जैसा तोहफ़ा मोदी और शाह देते हैं। वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में और कोई नहीं दे सकता। मेरे जन्मदिन पर दोनों आदरणीय नेताओं ने मेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घरों पर ईडी भेजी थी। बेटे के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी छापामारी कर रही है। इन तोहफ़ों का धन्यवाद। ताउम्र याद रहेगा।
भूपेश बघेल, पूर्व सीएम ईडी दफ्तर छावनी में तब्दील सुभाष स्टेडियम स्थित ईडी दफ्तर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। कोर्ट परिसर से लेकर ईडी दफ्तर तक जवानों को तैनात किया गया था। वहीं दफ्तर के दोनों तरफ सड़क पर बैरिकेट्स लगाकर रास्ते को बंद कर दिया गया था। यहां बिना इजाजत किसी को प्रवेश तक नहीं दिया जा रहा था।
लखमा की याचिका खारिज बिलासपुर जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की जमानत याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है। जस्टिस अरविंद वर्मा की बेंच ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जमानत नहीं दी जा सकती।
कोर्ट में कांग्रेस के दिग्गजों का जमावड़ा जिला एवं सत्र न्यायालय मे चैतन्य को लाने की जानकारी आने पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस विधायक समर्थकों के साथ पहुंचे। बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं के आने के कारण कोर्ट परिसर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी।
दिनभर रही गहमागहमी 06 बजे सुबह ईडी ने पूर्व सीएम के भिलाई स्थित निवास पर छापा। 12 बजे तक जांच के बाद चैतन्य को हिरासत में लिया। 12:40 बजे लेकर भिलाई से निकले।
03 बजे दोपहर ईडी की विशेष कोर्ट में पेशी। 02 घंटे तक कोर्ट में चली बहस। रिमांड पर भेजा। 05 दिन की रिमांड पर लिया गया चैतन्य को। 05 बजे लगभग कोर्ट से बाहर निकले।