हत्या वीडियो क्यों बनाया
पुलिस की जांच में जो सबसे बड़ी बात सामने आयी है वह है हत्या का तौसीफ गैंग ने क्यों वीडियो बनाया? वीडियो कॉल पर वह पूरी घटना को किसे दिखा रहा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि तौसीफ बादशाह गैंग की यह पूरी हरकत सीसीटीवी में कैद है। पुलिस ने इस साक्ष्य को अहम मान रही है और पटना के और कुख्यात को इस मामले में रिमांड पर लेने की तैयारी में है।
वर्चस्व की लड़ाई में हुई हत्या
हालांकि पटना पुलिस इस हत्या को वर्चस्व की लड़ाई मान रही है। पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा का कहना है कि सभी शूटरों की पहचान कर ली गई है। पुलिस उनकी इतिहास खंगाल रही है और लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर रही है। अभी तक सिर्फ तौसीफ बादशाह को ही पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। तौसीफ पुलिस को हत्या को लेकर क्या कुछ इनपुट दिया है इसपर पुलिस फिलहाल चुप है। इधर, सूत्रों का कहना है कि तौसीफ बादशाह पर आर्म्स एक्ट का एक मामला दर्ज है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या तौसीफ पटना सहित प्रदेश के अन्य कुख्यात अपराधी को लिए शूटर व्यवस्था किया करता था। या फिर खुद सुपारी लेकर उसकी हत्या किया करता था।
तौसीफ को किसने बताया कहां है चंदन
चंदन मिश्रा आईसीयू में है और आईसीयू का कमरा नंबर 209 है। इस बात की जानकारी तौसीफ को किसने दी। अस्पताल में प्रवेश करने के बाद चंदन मिश्रा किसी से कुछ नहीं पूछता है। वो सीधे कमरा नंबर 209 में कैसे पहुंच गया। पटना पुलिस को इससे जुड़े कोई साक्ष्य अभी तक नहीं मिले हैं। सीसीटीवी फुटेज में भी पटना पुलिस को इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं। फिर उसे कैसे पता था कि चंदन मिश्रा कहां पर है। अस्पताल उसे इस बात की जानकारी किसने दी?
बिना मास्क के क्यों पहुंचा तौसीफ
अस्पताल में हर कोने में सीसीटीवी कैमरा लगा है? इस बात की अगर तौसीफ को जानकारी थी तो उसने क्यों बिना चेहरा ढके अस्पताल में प्रवेश किया और कैमरा के सामने ही अपने गैंग के साथ हथियार निकाला? इसके पीछे उसकी क्या मंशा थी। कहीं वो ऐसा कर के पटना में अपनी एक नई रंगदारी की दुकानदारी चलाना चाहता है। पुलिस इस एंगल से भी उससे जानकारी एकत्रित करने का प्रयास कर रही है।
शेरू गैंग की क्या है भूमिका
पुलिस का दावा है कि चंदन मिश्रा हत्या में शामिल सभी अपराधियों की पहचान कर ली गई है। शूटर के ठिकानों पर पुलिस निरंतर छापेमारी कर रही है। कुछ लोग इस घटना के पीछे शेरू गैंग का हाथ बता रहे हैं। पुलिस इस एंगल से भी अपनी जांच कर रही है। कहा जा रहा है कि अपराधी इस घटना को अंजाम देने के बाद बक्सर की ओर भागे हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि चंदन और शेरू दोनों पहले दोस्त हुआ करते थे। चंदन शेरू गैंग के नाम से अपना गैंग चलाया करता था। लेकिन बाद में दोनों अलग हो गए।
शेरू और चंदन क्यों हुए अलग
इसके पीछे दोनों को जानने वाले बताते है कि भागलपुर जेल में दोनों के बीच विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद से दोनों अलग अलग हो गए। चंदन मिश्रा ने इसके बाद अपना सम्राज्य बड़ा किया और शेरू गैंग के शूटरों को अपने साथ मिलाना शुरू कर दिया था। कहा जा रहा है कि इससे परेशान होकर शेरू ने उसके नाम की सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी। लेकिन, पुलिस अभी इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। पुलिस का कहना समय दें सारे अपराधी की गिरफ्तारी होगी।