25 जिलों में सूखे जैसे हालात
मानसून की सक्रियता और कम दबाव के कारण बुधवार को 11 जिलों में झमाझम बारिश हुई। दूसरी ओर राज्य के 25 जिलों में 40 से 84 फीसदी तक कम बारिश हुई है। इसके कारण इन जिलों में सूखे जैसे हालात हैं। सीतामढ़ी में तो 84 फीसदी कम बारिश हुई है। वहीं सहरसा में 78 और पूर्वी चंपारण में 76% बारिश कम हुई है।
फल्गु नदी ने पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
बिहार के अधिकांश जिला में हो रही बारिश के बाद कई नदियां उफना गई हैं। नवादा, जहानाबाद, गयाजी और सासाराम में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। गया में तो कई घरों में प्रवेश कर गए हैं। फल्गु नदी के जलस्तर ने अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसका पानी जहानाबाद- बिहार शरीफ एनएच 33 पर चढ़ गया है। इसके साथ ही कई गांव जलमग्न हो गए हैं।
कहां कितनी हुई बारिश
सर्वाधिक बारिश मधुबनी में 225 मिमी दर्ज की गई। गया जिले के डोभी में 186.8, शेरघाटी में 181.4 मिमी, फतेहपुर में 180.2 मिमी, समस्तीपुर के दलसिंहसराय में 139.6 मिमी, जमुई के खैरा में 136.4 मिमी, सहरसा के सोनबरसा में 126.8 मिमी बारिश हुई। रोहतास के डेहरी में 88 मिमी, हाजीपुर के वैशाली में 83 मिमी, जबकि भागलपुर में 59.7 मिमी बारिश हुई। पटना में रुक-रुककर 14.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। बुधवार को दिन में तेज बारिश होने के बाद रोहतास, कैमूर, सारण और वैशाली तात्कालिक रेड अलर्ट जारी किया गया था।
वज्रपात से 15 मौत
बिहार में ठनका गिरने से बुधवार को 15 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में महिला, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। नालंदा में पांच लोगों की मौत हो गई थी। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे तक बिहार का मौसम अभी ऐसा ही रहेगा। मौसम बिगड़ने पर बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें और खुले में या किसी पेड़ के नीचे खड़ा होने से मना किया है।