मौसम विभाग की ओर से जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया था। जिसका असर सुबह से ही नजर आने लगा। अरावली की वादियों में हुई झमाझम बरसात के कारण कई जगह नदी-नाले उफान पर आ गए। पाली शहर के निकट बाणियावास बांध छलक गया। राजपुरा व सेली की नाल बांध भी ओवरफ्लो हो गए। तेज बरसात के कारण रणकपुर जाने वाला मार्ग भी एक बार बंद हो गया। जल संसाधन विभाग के अनुसार जिले में सुबह आठ से शाम पांच बजे तक पाली तहसील में 33 एमएम, रोहट में 27, सोजत में 18, सुमेरपुर में 15, रानी में 19, बाली में 11, मारवाड़ जंक्शन में 37 एमएम बरसात दर्ज की गई।
शनिवार को हो सकती है अति भारी बरसात
मौसम केन्द्र के अनुसार पूर्वी राजस्थान पर बने एक तंत्र के कारण प्रदेश के कई स्थानों पर शनिवार को बरसात की संभावना है। जोधपुर, बीकानेर व अजमेर संभाग में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बरसात व शेष भागाें में हल्के से मध्यम दर्जे की बरसात हो सकती है। प्रदेश में 20 जुलाई से भारी बरसात की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
जवाई बांध 24.95 फीट
जवाई बांध का गेज शाम पांच बजे 24.95 फीट (1542.50 एमसीएफटी) हो गया है। अरावली की पहाडि़यों में बरसात के बावजूद पानी की आवक केवल सेई बांध से डायवर्ट हो रहे पानी से हो रही है। जवाई के सहायक बांध सेई पर सुबह से शाम तक 32 एमएम बरसात दर्ज की गई। सेई बांध में गेज 3.40 मीटर के साथ 480 एमसीएफटी पानी है।