राउज एवेन्यू कोर्ट में दायर की चार्जशीट
बता दें कि ईडी ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में रॉबर्ट वाड्रा और 10 अन्य लोगों व कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। लेकिन कोर्ट ने अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया है। ईडी की इस कार्रवाई से रॉबर्ट वाड्रा और उनके करीबियों की मुश्किलें जरूर बढ़ गई हैं।
क्या है पूरा मामला
2008 में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम के मानेसर-शिकोहपुर (अब सेक्टर 83) में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 3.53 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी। उस समय हरियाणा में भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी।
58 करोड़ में बेची जमीन
दरअसल, कुछ ही महीनों बाद, स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने इस जमीन को रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया, जिससे कथित तौर पर वाड्रा को 50 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध मुनाफा हुआ। ईडी ने आरोप लगाया है कि इस सौदे में अनियमितताएं थीं और यह धन शोधन का मामला है।
अशोक खेमका ने किया मामले का खुलासा
बता दें कि आईएएस अशोक खेमका ने रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े इस मामले का खुलासा किया था। ईडी ने इस मामले में दिसंबर 2023 में व्यवसायी सीपी थंपी और सुमित चड्ढा के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। इस चार्जशीट में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा का नाम आरोपी के तौर पर नहीं है, लेकिन उनकी भूमि खरीद-बिक्री का विवरण जरूर शामिल है।
अप्रेल में वाड्रा से तीन दिन की पूछताछ
ईडी ने इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा से अप्रेल में तीन दिनों तक लगातार पूछताछ की थी, जिसमें 18 घंटे से अधिक समय तक उनका बयान दर्ज किया गया। इसके अलावा, जांच एजेंसी ने वाड्रा और उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से जुड़ी 43 अचल संपत्तियों को, जिनकी कीमत 37.64 करोड़ रुपये है, 16 जुलाई 2025 को अस्थायी रूप से कुर्क करने का आदेश जारी किया। यह कार्रवाई गुरुग्राम पुलिस द्वारा सितंबर 2018 में दर्ज एक प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए थे।
वाड्रा ने आरोपों को किया खारिज
रॉबर्ट वाड्रा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि यह कार्रवाई उनके और उनके परिवार, विशेष रूप से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश है। वाड्रा ने कहा कि उन्होंने हमेशा जांच में सहयोग किया है और 23,000 से अधिक दस्तावेज जमा किए हैं।