आधे घंटे में शव बरामद
लोगों के अनुसार, चारों पर्यटक समुद्र में नहाने के दौरान अचानक आई तेज लहरों में बह गए। स्थानीय ग्रामीणों और मछुआरों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। लगभग 30 मिनट के भीतर चारों के शव बरामद कर लिए गए। मृतकों की पहचान जुनैद काजी, जैनब काजी, उजमा शेख और उमेरा शेख के रूप में हुई है, जो सभी मुंब्रा, ठाणे के निवासी थे।
पहले से जारी थी चेतावनी
स्थानीय प्रशासन ने पहले ही आरे-वारे बीच पर “नो स्विमिंग” की चेतावनी जारी की थी, क्योंकि मानसून के दौरान समुद्र में तेज लहरें और खतरनाक धाराएं होती हैं। हालांकि, पर्यटकों ने इस चेतावनी को अनदेखा किया, जिसके परिणामस्वरूप यह दुखद घटना हुई। हादसे की सूचना मिलते ही रत्नागिरी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र यादव अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पंचनामा कर प्राथमिक जांच शुरू की।
प्रशासन से गार्ड तैनाती की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आरे-वारे जैसे संवेदनशील समुद्री तटों पर मानसून के दौरान गार्ड तैनात किए जाएं और पर्यटकों पर प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के हादसे प्राकृतिक सौंदर्य के आकर्षण में लापरवाही के कारण होते हैं। प्रशासन ने लोगों से मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने और समुद्री क्षेत्रों में सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से अनुपालन करने की अपील की है।