मृतकों की पहचान 32 वर्षीय विपुल कांजीभाई वाघेला, उनकी पत्नी सोनल विपुलभाई वाघेला (26) और तीन बच्चों सिमरन (11), मयूर (8) और प्रिंस (5) के रूप में हुई है।
रिक्शा चलाकर परिवार का खर्च उठाते थे विपुल
विपुल रिक्शा चलाकर अपने परिवार का खर्च उठाते थे। यह परिवार मूल रूप से ढोलका के बरकोठा इलाके के देवी पूजाक वास का रहने वाला है। विपुल अपने परिवार के साथ बागोदरा बस स्टेशन के पास एक किराए के मकान में रहते थे। पुलिस को तड़के सुबह घटना की सूचना मिली। इसके बाद बागोदरा पुलिस और 108 एम्बुलेंस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। अहमदाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश जाट ने धंधुका संभाग, स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी), विशेष अभियान समूह (एसओजी) और फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मामले की छानबीन भी की।
वजह का पता लगाने में जुटी पुलिस
हालांकि, पूरे परिवार ने एकसाथ अपनी जिंदगी क्यों खत्म कर ली, इसके बारे में अब तक पता नहीं चल पाया है। उधर, अधिकारियों ने आर्थिक तंगी की संभावना से भी इनकार नहीं किया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए बगोदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया है। अब पुलिस वजह का पता लगाने में जुट गई है। अभी तक कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है।
मई में भी सामने आई थी ऐसी घटना
बता दें कि इससे पहले मई में, देहरादून के एक 42 वर्षीय व्यक्ति ने अपने परिवार के छह सदस्यों के साथ हरियाणा के पंचकूला में आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने जहर खा लिया था। उस मामले में, पुलिस को आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए सुसाइड नोट बरामद हुए थे। कथित तौर पर परिवार के मुखिया द्वारा लिखे गए इस नोट में भारी आर्थिक कर्ज और दबाव को इस दुखद फैसले का मुख्य कारण बताया गया था।