तत्काल रूप से शुरू की कार्रवाई
सूचना मिलते ही बेंगलुरु पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की और बम निरोधक दस्तों के साथ प्रभावित स्कूलों में तलाशी अभियान शुरू किया। स्कूल प्रशासन ने एहतियातन छात्रों को घर भेज दिया और परिसरों को खाली करा लिया। अभी तक की जांच में किसी भी स्कूल से विस्फोटक या संदिग्ध सामग्री बरामद नहीं हुई है, लेकिन पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है।
स्कूल परिसर को उड़ाने की धमकी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, धमकी भरे ईमेल शुक्रवार सुबह भेजे गए और इनमें स्कूल परिसरों में बम होने का दावा किया गया। बेंगलुरु पुलिस आयुक्त ने बताया कि साइबर क्राइम सेल को इन ईमेल के स्रोत का पता लगाने का जिम्मा सौंपा गया है। प्रारंभिक जांच में संदेह है कि यह सुनियोजित तरीके से दहशत फैलाने की कोशिश हो सकती है, क्योंकि दिल्ली और बेंगलुरु में मिले ईमेल की भाषा और समय में समानता पाई गई है।
जांच में जूता साइबर सेल
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। पुलिस और साइबर सेल धमकी के पीछे के मकसद और भेजने वाले की पहचान करने में जुटी है। अभिभावकों से अपील है कि वे घबराएं नहीं, बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”
इससे पहले 2023 में मिली धमकी
यह पहला मौका नहीं है जब बेंगलुरु के स्कूलों को इस तरह की धमकियां मिली हैं। दिसंबर 2023 में भी 44 स्कूलों को बम की धमकी भरे ईमेल मिले थे, जो बाद में फर्जी निकले। इसके अलावा, अप्रैल 2022 और मई 2024 में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई थीं, जिनमें कोई विस्फोटक नहीं मिला।
दिल्ली में भी भेजा ईमेल
दिल्ली में हाल ही में 20 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी मिलने के बाद वहां भी व्यापक जांच की गई थी, लेकिन सभी धमकियां फर्जी पाई गईं। बेंगलुरु पुलिस ने स्कूलों में सुरक्षा बढ़ा दी है और अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। जांच पूरी होने तक स्कूल परिसरों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू रहेगी।