ये विश्वविद्यालय आएंगे
1- इलिनॉय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (अमरीका) 2026 तक मुंबई में अपना कैंपस खोलेगा, जहां स्टेम और बिजनेस प्रोग्राम उपलब्ध होंगे। ऐसा करने वाला यह पहला अमरीकी विश्वविद्यालय होगा।2- लिवरपूल विश्वविद्यालय, एबरडीन और यॉर्क (ब्रिटेन) और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय को 2026 के अंत तक अपने परिसर खोलने के लिए लेटर ऑफ इंटेंट मिल चुका है।
3- इस्टीटूटो यूरोपियो डी डिजाइन (इटली) मुंबई में अपना कैंपस खोल रहा है, जो अपने यूरोपीय कैंपस की तुलना में 25-30 फीसदी कम खर्च पर फैशन, उत्पाद और विजुअल डिजाइन की डिग्री प्रदान करेगा।
इन कारणों से आ रहे भारत
- नीतिगत अनिश्चितताः अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के शासनकाल में सख्त वीजा नीतियों और राजनीतिक तनावों के कारण वहां नामांकन घटा है। विद्यार्थी अमरीका जाने से कतरा रहे हैं।
- राजस्व में विविधता लाना: बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच अपने राजस्व स्रोत में विविधता लाना, ब्रांड उपस्थिति में विस्तार के साथ वित्तीय स्थिरता हासिल करना।
- भू-राजनीतिक संतुलन: तेजी से बहुध्रुवीय होती दुनिया में, क्षेत्रीय व्यवधानों से बचते हुए अपनी अंतरराष्ट्रीय रणनीति को नए सिरे से धार देना।
भारत है बड़ा बाजार
50 फीसदी से अधिक आबादी 30 वर्ष से कमउच्च शिक्षा का 2030 तक 300 अरब डॉलर को पार करने का अनुमान
वर्तमान में केवल 30 फीसदी कॉलेज-आयु वर्ग के युवा ही नामांकित
वर्ष 2024 में 13 लाख से ज्यादा पढ़ाई के लिए विदेश गए।
विदेश जानेवालों में 65 फीसदी से ज्यादा अमरीका-कनाडा गए।