Monsoon Travel Tips: मानसून का मौसम हर किसी के भीतर घूमने की चाह को और बढ़ा देता है। हरियाली से ढके पहाड़, झरते झरने, बादलों की ओट से झांकती धूप। ये नजारे दिल को सुकून और यादगार अनुभव देते हैं। लेकिन यह भी सच है कि बारिश के मौसम में ट्रैवल करने के लिए थोड़ी अतिरिक्त सतर्कता की जरूरत होती है। एक छोटी सी लापरवाही आपके ट्रिप के मजे को परेशानी में बदल सकती है।
इसलिए अगर आप इस मानसून में दोस्तों या फैमिली के साथ हिल स्टेशन, घाटियां या झीलों का लुत्फ उठाने जा रहे हैं, तो ये 6 जरूरी बातें जरूर ध्यान में रखें ताकि आपकी यात्रा रोमांचक होने के साथ-साथ सुरक्षित भी बनी रहे।
बारिश के मौसम में कपड़े और जूते जल्दी भीग सकते हैं, जिससे ट्रैवल में परेशानी हो सकती है। इसलिए अपने बैग में रेनकोट, वॉटरप्रूफ जैकेट, छाता, सैंडल या रबर सोल वाले जूते, और कुछ प्लास्टिक बैग्स जरूर रखें। साथ ही कपड़े हल्के, जल्दी सूखने वाले और आरामदायक हों यह भी जरूरी है।
मानसून में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे डेंगू जैसे रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए यात्रा में अपने साथ मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे जरूर रखें और रात में मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। बचाव के लिए फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनना भी उपयोगी होता है।
मानसून में सड़कें फिसलन भरी होती हैं और कई जगह लैंडस्लाइड या जलभराव की समस्या हो सकती है। इसलिए ट्रिप पर निकलने से पहले वेदर अपडेट, रूट कंडीशन और स्थानीय प्रशासन की सलाह जरूर चेक करें। लोकेशन तक पहुंचने के लिए बैकअप रूट भी तय कर लें।
ऑफलाइन मैप्स, वॉटरप्रूफ पाउच में रखा गया फोन और पावर बैंक इस सीजन में आपके बेस्ट ट्रैवल बडी हो सकते हैं। बारिश में नेटवर्क डाउन होने की संभावना रहती है, इसलिए जरूरी लोकेशन और नंबर सेव करके रखें और ऑनलाइन बुकिंग्स की हार्ड कॉपी भी साथ रखें।
मानसून में इंफेक्शन और वायरल फीवर का खतरा अधिक रहता है। इसलिए सैनिटाइजर, वेट वाइप्स, एंटीबैक्टीरियल साबुन, जरूरी दवाइयां और कीड़े भगाने वाली क्रीम अपने साथ रखें। गीले कपड़ों में ज्यादा देर न रहें और शरीर को हमेशा सूखा रखने की कोशिश करें।
हर ट्रैवल डेस्टिनेशन की अपनी कुछ स्थानीय नियम और आपदा सुरक्षा गाइडलाइन्स होती हैं। खासकर हिल स्टेशन या जंगल क्षेत्र में घूमने जा रहे हैं, तो Forest Department, Tourism Office या Local Police से जानकारी ज़रूर लें। साथ ही इमरजेंसी के लिए हेल्पलाइन नंबरों को डायरी में लिख लें या फोन में सेव करके रखें।
Published on:
15 Jul 2025 12:25 pm