Monsoon Face Pack for Oily Skin: मानसून का मौसम जहां सुकून और ठंडक लेकर आता है, वहीं यह स्किन के लिए कई समस्याएं भी खड़ी कर देता है। इस मौसम में वातावरण की नमी बढ़ जाती है, जिससे चेहरे पर एक्स्ट्रा ऑयल जम जाता है। इसका नतीजा होता है चिपचिपाहट, पिंपल्स, ब्रेकआउट्स और स्किन में दमक की कमी।ऐसे में अगर आपने बारिश का आनंद लेते हुए अपनी स्किन केयर को नजरअंदाज कर दिया है, तो अब समय है कि आप कुछ आसान और असरदार घरेलू उपाय अपनाएं।यहां हम बता रहे हैं 3 नेचुरल और मॉनसून-फ्रेंडली फेस पैक, जो ऑयली स्किन की परेशानी को जड़ से खत्म करने में मदद करेंगे और देंगे आपको एक हेल्दी, ग्लोइंग और फ्रेश लुक।
शहद स्किन के ऑयल प्रोडक्शन को नियंत्रण में रखता है, क्योंकि यह pH को संतुलित बनाता है।शहद लगाने से पहले चेहरे को हल्का गीला करें (गुनगुने पानी से धोकर)। अब 2–3 चम्मच कच्चा या मनुका शहद चेहरे पर लगाएं (आंखों के पास न लगाएं)।इसे 15–20 मिनट तक लगा रहने दें, फिर गुनगुने पानी से धोकर चेहरा सुखा लें।इसे सप्ताह में 1–2 बार इस्तेमाल करें, क्योंकि शहद हवा से नमी खींचकर त्वचा को मॉइस्चराइज करता है और चिपचिपा भी नहीं बनता।शहद न सिर्फ आपकी स्किन को हाइड्रेट करता है, बल्कि यह आपके पोर्स को साफ रखता है और सूजन कम करता है।
टमाटर में सैलिसिलिक एसिड होता है, जो त्वचा से अतिरिक्त ऑयल को सोखने और पोर्स को साफ़ करने में मदद करता है।इस मास्क को बनाना बेहद आसान है। इसके लिए 1 चम्मच चीनी और 1 टमाटर का गूदा मिलाएं।अब इसे चेहरे पर गोल-गोल हल्के हाथों से 1–2 मिनट तक मसाज करें और 5 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें।फिर इसे गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें और कोमल तौलिये से चेहरा सुखा लें।टमाटर के रस में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन C तथा A होते हैं, जो स्किन की चमक बढ़ाने और ऑयल कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
बारीक पिसे हुए बादाम आपकी त्वचा को एक्सफोलिएट करते हैं। यह डेड स्किन सेल्स को हटाने और अतिरिक्त ऑयल व गंदगी को सोखने में मदद करते हैं।इस स्क्रब को बनाना बिल्कुल मुश्किल नहीं है। इसके लिए 3 चम्मच बारीक पिसे हुए (ग्राइंड किए हुए) कच्चे बादाम लें और उसमें 2 बड़े चम्मच कच्चा शहद मिलाएं।इस मिश्रण का एक अच्छा सा पेस्ट बना लें। फिर गीले चेहरे पर हल्के हाथों से गोल-गोल उंगलियों से स्क्रब करें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
11 Jul 2025 03:55 pm
Published on:
11 Jul 2025 03:44 pm