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Harmful Bacteria In Kitchen Sponges: बर्तन धोने वाला स्पंज है बेहद खतरनाक, उसे ऐसे करें साफ और इतने दिन में बदलें

Harmful Bacteria In Kitchen Sponges: घर की छोटी-छोटी चीजों का अगर सही से ध्यान न रखा जाए, तो वे भी हमारी सेहत पर बुरा असर डाल सकती हैं। जैसे कि किचन स्पंज ।यह छोटी-सी चीज भी हमारी सेहत पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है। रसोई की सफाई केवल बर्तनों की चमक तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उन चीजों पर भी ध्यान देना जरूरी है जिनसे हम सफाई करते हैं।

भारत

MEGHA ROY

Jul 09, 2025

Dangerous bacteria in sponge
Dangerous bacteria in sponge फोटो सोर्स – Freepik

Harmful Bacteria In Kitchen Sponges: हम अक्सर अपने रसोई के स्पंज को हल्के में लेते हैं और यह भूल जाते हैं कि यह छोटा सा उपकरण, जो हमें बर्तन धोने के लिए मदद करता है, हमारे स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है।


रसोई के स्पंज में हजारों बैक्टीरिया और वायरस पनप सकते हैं, खासकर जब उन्हें सही तरीके से साफ नहीं किया जाता। स्पंज का गीला और नम वातावरण बैक्टीरिया के लिए आदर्श स्थिति होती है। और यही कारण है कि यदि इसे नियमित रूप से नहीं धोया जाए या बदला न जाए, तो यह बैक्टीरिया का एक खतरनाक स्रोत बन सकता है।आइये जनते है इससे जुड़ी पूरी जानकारी।

रिसर्च से हुआ खुलासा, टॉयलेट सीट से भी ज्यादा गंदा स्पंज

2017 में जर्मनी की फर्टवांगन यूनिवर्सिटी ने एक स्टडी की जिसमें बताया गया कि रसोई में इस्तेमाल होने वाला स्पंज टॉयलेट सीट से भी ज्यादा गंदा हो सकता है। स्पंज के अंदर छिपे रहते हैं लाखों बैक्टीरिया, जो गंदे पानी, खाने के बचे टुकड़ों और नमी के कारण तेजी से पनपते हैं।

खतरनाक बैक्टीरिया जो स्पंज में मिलते हैं

-साल्मोनेला (Salmonella) – फूड पॉइजनिंग का मुख्य कारण
-ई. कोलाई (E. coli) – पेट की समस्याएं पैदा कर सकता है
-स्टैफिलोकोकस (Staphylococcus) – स्किन इंफेक्शन और बुखार का कारण

गंदे स्पंज से हो सकती हैं ये बीमारियां

फूड पॉइजनिंग
गंदे स्पंज से बर्तन धोने पर बैक्टीरिया जैसे Salmonella और E. coli खाने में मिल सकते हैं, जिससे उल्टी, दस्त और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

त्वचा एलर्जी और संक्रमण
स्पंज में मौजूद बैक्टीरिया या फंगस त्वचा से संपर्क में आकर खुजली, चकत्ते और जलन का कारण बन सकते हैं, खासकर संवेदनशील त्वचा वालों के लिए।

बुखार और सांस की तकलीफ
स्पंज में पनपे बैक्टीरिया कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में बुखार, थकान और सांस की दिक्कतें पैदा कर सकते हैं।

पेट का संक्रमण
बच्चों और बुजुर्गों में गंदे स्पंज से आंतों में संक्रमण, दस्त और निर्जलीकरण की संभावना ज्यादा होती है, जिससे उनकी सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है।

स्पंज को कितने दिनों तक इस्तेमाल करें
जानकारों के मुताबिक, रसोई में इस्तेमाल होने वाला स्पंज हर 7 से 10 दिन में जरूर बदल देना चाहिए। अगर स्पंज का इस्तेमाल दिन में कई बार होता है, तो इसे हर हफ्ते बदलना ही बेहतर होता है। ऐसा करने से स्पंज में बैक्टीरिया और फंगस नहीं पनपते और खाना साफ-सुथरा रहता है। समय पर स्पंज बदलने से घर के लोगों को बीमारियों से बचाया जा सकता है। इसलिए साफ स्पंज का इस्तेमाल करना एक अच्छी और जरूरी आदत है।

स्पंज को साफ रखने के आसान घरेलू उपाय

गर्म पानी और सिरका: हर 2-3 दिन में स्पंज को गर्म पानी और सिरका में भिगोएं।

माइक्रोवेव करें: गीले स्पंज को 1-2 मिनट माइक्रोवेव में रखें, बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे।

ब्लीच सॉल्यूशन: महीने में एक बार ब्लीच और पानी में स्पंज को डुबोकर साफ करें।

कब बदलें स्पंज?

-स्पंज से बदबू आने लगे।
-रंग बदलने लगे।
-जल्दी फटने लगे या चिपचिपा हो जाए।