Food For Dry Eyes: डिजिटल युग में जहां हर काम मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर के सहारे हो रहा है, वहीं हमारी आंखों की सेहत पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। घंटों स्क्रीन के सामने बैठना, कम पलकें झपकाना, प्रदूषण और नींद की कमी जैसी वजहों से ड्राई आईज (Dry Eyes) यानी आंखों में सूखापन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह न केवल असहजता पैदा करता है, बल्कि लंबे समय तक यह समस्या बनी रहने पर आंखों की रोशनी और हेल्थ पर बुरा असर डाल सकती है।
ड्राई आई सिंड्रोम में आंखों में जलन, खुजली, चुभन, रोशनी से संवेदनशीलता, और लालिमा जैसे लक्षण दिखते हैं। हालांकि आर्टिफिशियल ड्रॉप्स और कुछ मेडिकेशन से राहत मिलती है, लेकिन अगर हम अपनी डेली डाइट में कुछ विशेष पोषक तत्वों को शामिल करें, तो यह समस्या काफी हद तक कंट्रोल में रह सकती है।आइए जानते हैं कि कौन-कौन से फूड्स ड्राई आईज की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त फूड्स जैसे अलसी के बीज, अखरोट, चिया सीड्स और मछली (जैसे सैल्मन व टूना) आंखों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। ये फैटी एसिड आंखों की ऑयल ग्रंथियों को सक्रिय बनाए रखते हैं, जिससे नेचुरल आंसू बेहतर बनते हैं और आंखों में नमी बनी रहती है। इसके नियमित सेवन से ड्राई आई की समस्या में काफी राहत मिल सकती है।
विटामिन A से भरपूर चीजें जैसे गाजर, शकरकंद, पालक, अंडे की जर्दी और दूध आंखों के लिए जरूरी पोषण देती हैं। विटामिन A आंखों की सतह यानी कॉर्निया को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है और ड्रायनेस को रोकने में सहायक होता है। यह आंखों की रोशनी को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।
विटामिन C और E वाले फल और सब्जियां जैसे संतरा, कीवी, स्ट्रॉबेरी, अमरूद, पालक, बादाम और सूरजमुखी के बीज एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये आंखों को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और ड्राईनेस को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही, ये पोषक तत्व आंखों की कोशिकाओं की मरम्मत और रक्षा में भी मददगार होते हैं।
हेल्दी फैट्स यानी स्वस्थ वसा जैसे एवोकाडो, नारियल तेल, सीमित मात्रा में घी और नट्स आंखों में सूजन को कम करते हैं। ये शरीर की लुब्रिकेशन प्रक्रिया को सपोर्ट करते हैं जिससे आंखों में पर्याप्त नमी बनी रहती है और ड्रायनेस से राहत मिलती है।
जिंक से भरपूर आहार जैसे दालें, नट्स, बीज, चीज़ और साबुत अनाज आंखों की कोशिकाओं की मरम्मत और इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं। जिंक की पर्याप्त मात्रा आंखों की कार्यक्षमता बनाए रखने में मदद करती है और ड्राई आई जैसे लक्षणों को कम करने में योगदान देती है।
ल्यूटिन और जीएक्सैन्थिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स पालक, केल, मटर और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियों में पाए जाते हैं। ये दोनों पोषक तत्व आंखों की मैक्युलर हेल्थ को सपोर्ट करते हैं और आंखों को रोशनी के नुकसान से बचाते हैं। नियमित सेवन से आंखों की सूखापन की समस्या में भी राहत मिल सकती है।
पर्याप्त पानी पीना और खीरा, तरबूज, नारियल पानी जैसे हाइड्रेटिंग फूड्स का सेवन करना आंखों की नमी बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। शरीर जब पूरी तरह हाइड्रेटेड रहता है, तो आंखें भी सूखी नहीं होतीं और उनकी चमक व सेहत बनी रहती है।
हेल्थ टिप्स
-ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताने से बचें या हर 20 मिनट पर 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखें (20-20-20 रूल)।
-आंखों को बार-बार झपकाएं।
-पर्याप्त नींद लें।
-आंखों की नियमित जांच कराएं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
20 Jul 2025 04:40 pm
Published on:
20 Jul 2025 04:39 pm