Drink Ginger Tulsi Tea Every Day : बारिश का मौसम जितना सुहावना होता है उतना ही अपने साथ बीमारियों का अंबार भी लेकर आता है। कभी ज़ुकाम, कभी खांसी, गले में खराश या हल्का बुखार, ये सब इस मौसम की आम शिकायतें हैं। ऐसे में सबसे जरूरी है कि हमारी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) इतनी मजबूत हो कि वह इन बीमारियों से लड़ सके। लोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए न जाने कितने उपाय करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बेहद आसान और स्वादिष्ट तरीका आपके घर में ही मौजूद है? हम बात कर रहे हैं तुलसी और अदरक की चाय की।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. भगवत स्वरूप शर्मा बताते हैं कि तुलसी और अदरक (Ginger Tulsi Tea) दोनों ही प्रकृति के अनमोल उपहार हैं जिनमें औषधीय गुणों का खजाना छिपा है। अगर आप रोजाना इस चाय का सेवन करते हैं तो मानसून में होने वाली कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
इन दोनों चीजों में ऐसे गुण मौजूद हैं जो आपके शरीर को अंदर से ताकत देते हैं:
इसे जड़ी-बूटियों की रानी भी कहा जाता है। इसमें विटामिन-ए, विटामिन-सी, कैल्शियम, जिंक और आयरन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। साथ ही यह एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है। यानी यह सिर्फ संक्रमण से नहीं बचाती बल्कि सूजन को भी कम करती है।
अदरक में आयरन, जिंक, मैंगनीज, कैल्शियम, फास्फोरस जैसे खनिज और ढेरों एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह भी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुणों से लैस है। सर्दी-खांसी में इसका इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है।
जब ये दोनों मिलते हैं तो एक ऐसा पेय बनता है जो आपकी सेहत के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं।
इम्यूनिटी बूस्टर:
इस चाय (Ginger Tulsi Tea) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल गुण आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को जबरदस्त तरीके से बढ़ाते हैं। नियमित सेवन से आप मौसमी बीमारियों और तरह-तरह के संक्रमणों से बचे रहते हैं।
गले की खराश और दर्द से राहत:
बारिश में सबसे पहले गले में खराश और दर्द की शिकायत होती है। तुलसी और अदरक की चाय गले को आराम देती है, सूजन कम करती है और दर्द से छुटकारा दिलाती है। यह खांसी को भी शांत करने में मदद करती है।
वजन घटाने में सहायक:
यह चाय आपके मेटाबॉलिज्म को तेजी से बढ़ाती है, जिससे शरीर में जमा अतिरिक्त फैट बर्न होने में मदद मिलती है। नियमित रूप से पीने से शरीर डिटॉक्स होता है जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया आसान हो जाती है।
सांस संबंधी समस्याओं में आराम:
जिनको अक्सर सांस से जुड़ी दिक्कतें होती हैं, उनके लिए यह चाय किसी दवा से कम नहीं। इसमें मौजूद एंटीबायोटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फेफड़ों की सूजन को कम करते हैं और छाती में जमे कफ को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है।
पेट के लिए फायदेमंद:
अदरक पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है। यह अपच, पेट फूलने और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। तुलसी भी पेट की समस्याओं को दूर करने में सहायक है।
तुलसी और अदरक की चाय बनाना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। बस इन आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
एक पैन में दो कप पानी गरम करें।
अगर आप चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ा शहद या गुड़ मिला सकते हैं। दूध डालने से बचें, क्योंकि यह तुलसी और अदरक के औषधीय गुणों को कम कर सकता है।
बारिश में भीगने के बाद या जब भी आपको लगे कि सर्दी-जुकाम के लक्षण आ रहे हैं तो तुरंत इस गरमा-गरम चाय का एक कप पिएं। यह सिर्फ आपको गर्माहट नहीं देगी, बल्कि बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी प्रदान करेगी। तो इस मानसून, बीमारियों को दूर भगाएं और तुलसी-अदरक की चाय के साथ अपनी सेहत का ध्यान रखें।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
14 Jul 2025 03:51 pm