Bar Soap Vs Liquid Soap For Dishwashing: भारतीय रसोई में सफाई को लेकर कोई समझौता नहीं होता।हर गृहिणी चाहती है कि उसके बर्तन न सिर्फ चमकदार दिखें, बल्कि हाइजीनिक भी रहें।लेकिन जब बात आती है बर्तन धोने के लिए सही क्लीनिंग प्रोडक्ट की, तो अक्सर लोग उलझ जाते हैं कि बार साबुन बेहतर है या लिक्विड सोप? दोनों के अपने फायदे और नुकसान होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से कौन-सा विकल्प आपके स्वास्थ्य और बर्तनों के लिए ज्यादा सुरक्षित है?आइए जानते हैं इनके बीच का अंतर और सही चुनाव करने की वजहें।
बार साबुन
यह आमतौर पर सस्ते दाम में आता है और कई जगहों पर मुख्य रूप से इस्तेमाल होता है।इसकी सफाई क्षमता अच्छी होती है, लेकिन यह जल्दी घिसता है और बार-बार गंदे पानी या गीले स्पॉन्ज से छूने के कारण इसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं।
लिक्विड सोप
यह हल्का और घोलने में आसान होता है। एक छोटी मात्रा में ही अधिक बर्तन धोए जा सकते हैं।यह साफ-सफाई में ज्यादा प्रभावी माना जाता है, क्योंकि इसमें मौजूद घटक ग्रीस और ऑयल को जल्दी हटाते हैं।
बार साबुन
गीले वातावरण में लगातार पड़े रहने से इसमें बैक्टीरिया और फंगस पनपने की संभावना रहती है।अगर आप बार साबुन का इस्तेमाल करते हैं, तो उसे सूखी जगह पर रखना बेहद जरूरी है।
लिक्विड सोप
यह बोतल में बंद रहता है और हाथ से सीधे संपर्क में नहीं आता, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है।हाइजीन के लिहाज से यह ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।
बार साबुन
यह प्लास्टिक पैकेजिंग के बिना भी आता है, जिससे पर्यावरण पर बोझ कम पड़ता है।साथ ही यह आमतौर पर किफायती होता है।
लिक्विड सोप
इसमें अधिकतर प्लास्टिक बोतल का उपयोग होता है, जिससे वेस्ट ज्यादा बनता है।हालांकि, अब कई ब्रांड्स रिफिल पैक भी देने लगे हैं, जो इको-फ्रेंडली विकल्प बन सकते हैं।
बार साबुन
बार-बार गंदे साबुन को छूने से हाथों में खुजली या जलन हो सकती है, खासकर यदि उसमें हार्ड केमिकल्स हों।
लिक्विड सोप
अधिकतर लिक्विड डिशवॉश में स्किन-फ्रेंडली इंग्रीडिएंट्स मिलाए जाते हैं, जो हाथों को नुकसान नहीं पहुंचाते।
अगर आप अधिक हाइजीन, तेज सफाई और स्किन सेफ्टी को प्राथमिकता देते हैं, तो लिक्विड सोप बेहतर विकल्प है।वहीं, यदि बजट और पर्यावरण की चिंता है, तो बार साबुन को चुना जा सकता है।बस उसे सही तरीके से स्टोर करना जरूरी है।
-बार साबुन को इस्तेमाल के बाद सूखी जगह पर रखें।
-लिक्विड सोप खरीदते वक्त स्किन-फ्रेंडली और इको-फ्रेंडली विकल्प चुनें।
-स्पॉन्ज और स्क्रबर को भी समय-समय पर बदलें ताकि बैक्टीरिया का खतरा न हो।
Published on:
11 Jul 2025 04:26 pm