प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में कुंवारे युवकों ने भी अपने लिए आवास की मांग की है। ऐसे करीब 60 अविवाहित युवकों ने आवास के लिए आवेदन जमा किए है। पशोपेश में निगम ने इन आवेदनों को होल्ड पर रखकर शासन से मार्गदर्शन मांगा है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना ( पीएमएवाई-यू-2.0 ) में तीन हजार से अधिक नए आवेदन आए हैं।
400 से अधिक आवेदन अमान्य हो गए पीएमएवाई-यू-2.0 के आवेदनों के सत्यापन में सामने आया कि 60 अविवाहितों ने भी आवास के आवेदन कर दिए। इसके लिए माता-पिता का सहारा लेकर वैधता सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया। निगम ने इन अविवाहितों के आवेदन को लेकर नगरीय प्रशासन से मार्ग दर्शन मांगा है। संभवत: इनके आवेदन निरस्त होंगे। वहीं पहली योजना में लाभ लेने और दस्तावेज नहीं सबमिट करने वालों कें 400 से अधिक आवेदन अमान्य हो गए हैं। इसके अलावा करीब सौ से अधिक ऐसे हैं जो पात्रता की श्रेणी में नहीं आते हैं।
700 का सत्यापन नहीं, 1200 जांच में उलझे निगम में तीन हजार में से करीब 700 आवेदनों का सत्यापन नहीं हो सका है। शेष करीब 1200 आवेदनों की प्रक्रिया जांच में उलझी हुई है। 1800 आवेदनों का सत्यापन हो चुका है। इसमें 445 आवास की पहली डीपीआर की प्रक्रिया फाइनल हो गई है। दूसरी डीपीआर में 350 लाभार्थियों का ब्लू प्रिंट तैयार किया है। इसमें शामिल आवेदकों के जीयो टैगिंग की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जल्द डीपीआर फाइनल हो जाएगी।
एसएलटीसी को भेजी पहली डीपीआर निगम ने 445 आवासों की पहली डीपीआर एसएलटीसी ( राज्य स्तरीय मूल्यांकन समिति ) को भेज दी है। समिति के मूल्यांकन के बाद डीपीआर फाइनल होते ही केंद्र शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। पहली डीपीआर में शामिल आवासों का निर्माण पांच से छह माह के भीतर शुरू हो जाएंगे।
इनका कहना : वर्षा घिडोड़े, कार्य पालन यंत्री पीएमएवाई-यू-2.0 में पात्रता की गाइड लाइन के तहत अविवाहितों के आवेदन होल्ड पर हैं। इसमें कई ऐसे पात्रों को मौका दिया गया है जिनके माता-पिता अकेले रहते हैं। उनके नाम से आवेदन करने पर आवास योजना का लाभ मिलेगा। पहली डीपीआर की प्रक्रिया फाइनल हो गई है। सत्यापन के साथ-साथ दूसरी डीपीआर भी तैयार की जा रही है।