जोधपुर में बन रहा है राजस्थान का दूसरा अक्षरधाम मंदिर, देश में और कहां-कहां हैं ये मंदिर
Akshardham Temple in Jodhpur : राजस्थान के जोधपुर में एक भव्य अक्षरधाम मंदिर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह अंतिम चरण में है। उम्मीद की जा रही है कि अक्षरधाम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 25 सितंबर को होगी। क्या आपको मालूम है कि राजस्थान में कितने अक्षरधाम मंदिर हैं। देश में और कहां कहां अक्षरधाम मंदिर है?
Akshardham Temple in Jodhpur : राजस्थान में दूसरा अक्षरधाम मंदिर जोधपुर शहर में बनाया जा रहा है। प्रदेश में पहला अक्षरधाम मंदिर जयपुर के वैशाली नगर में स्थित है। जोधपुर शहर में बनाने वाला अक्षरधाम मंदिर अपने अंतिम चरण में है। सूरसागर क्षेत्र में काली बैरी के पास पहाड़ी पर बोचासनवासी श्री अक्षरधाम पुरुषोत्तम स्वामी नारायण संस्था इस मंदिर का निर्माण करा रही है। इस विशाल मंदिर का उद्घाटन 25 सितंबर 2025 को संस्था के प्रमुख महंत स्वामी करेंगे।
करीब 42 बीघा में हो रहा है अक्षरधाम मंदिर जोधपुर का निर्माण
अक्षरधाम मंदिर जोधपुर का निर्माण करीब 42 बीघा में किया जा रहा है। 10 बीघा क्षेत्र में मुख्य मंदिर स्थित है। इस परिसर का आधार भूमि से 13 फिट ऊंचा है। इस अक्षरधाम मंदिर के चारों ओर की दीवारें जोधपुरी छीतर पत्थर की बनाई गई है। जिस पर सुंदर और बारीक नक्काशी की गई है।
गर्भगृह की छत पर कोई स्तंभ नहीं
अक्षरधाम मंदिर जोधपुर नागरादी शैली के अनुसार बनाया जा रहा है। इसके साथ ही मरु-गुर्जर स्थापत्य का समावेश किया गया है। मंदिर की तीसरी मंजिल रणकपुर शैली में बनाई गई है। वहीं निचली मंजिल में लिणकर्णी भगवान की मूर्ति प्रतिष्ठित की जाएगी। गर्भगृह की छत पर कोई स्तंभ नहीं है।
अक्षरधाम मंदिर जोधपुर में कुल 281 गोलाकार स्तंभ
अक्षरधाम मंदिर जोधपुर में कुल 281 स्तंभ हैं। प्रत्येक स्तंभ अलग आकृति और डिजाइन का है। सबसे अद्भुत बात है कि दूसरे अक्षरधाम मंदिरों में स्तंभ वर्गाकार हैं, पर इसमें सिरोही घाट शैली के अनुसार गोलाकार बनाए गए हैं। यह स्तंभ नीचे से चौड़े और ऊपर से संकरे होते हैं। मंदिर की कुल लंबाई 181 फिट और ऊंचाई 91 फिट है।
देश में अक्षर धाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर गांधीनगर। फाइल फोटो पत्रिकाअक्षरधाम मंदिर गांधीनगर भारत में पहला अक्षरधाम गुजरात राज्य के गांधीनगर में बनाया गया था। जिसका निर्माण 1992 में पूरा हुआ। यह मंदिर करीब 23 एकड़ में फैला हुआ है। यह मंदिर राजस्थानी गुलाबी बलुआ पत्थर से बनाया गया है। देखने में अद्भुत है।
अक्षरधाम मंदिर नई दिल्ली। साभार : अक्षरधाम मंदिर संस्थाअक्षरधाम मंदिर नई दिल्ली भारत में दूसरा अक्षरधाम मंदिर नई दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थित है। जिसे स्वामीनारायण अक्षरधाम के नाम से पुकारा जाता है। इसका निर्माण 6 नवंबर 2005 को पूरा हुआ था। यह 100 एकड़ में फैला है। यह मंदिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर परिसरों में से एक के रूप में दर्ज था हालांकि अब यह तीसरा सबसे बड़ा मंदिर है। यह अपनी भव्यता, विस्तृत नक्काशी और आध्यात्मिक प्रदर्शनियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
अक्षरधाम मंदिर न्यूजर्सी। फाइल फोटो पत्रिकाविश्व में अक्षरधाम मंदिर अमेरिका के न्यूजर्सी के रॉबिन्सविल में यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है। जिसका उद्घाटन 8 अक्टूबर 2023 को हुआ। यह 185 एकड़ में फैला है।
स्वामीनारायण सम्प्रदाय से है अक्षरधाम मंदिर का सम्बंध
अक्षरधाम मंदिर, स्वामीनारायण सम्प्रदाय बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) से सम्बंधित है। यह सम्प्रदाय हिंदू धर्म का एक वैष्णव संप्रदाय है, जिसकी स्थापना भगवान स्वामीनारायण (1781-1830) ने की थी। स्वामीनारायण का मूल नाम घनश्याम पांडे था। स्वामीनारायण सम्प्रदाय भक्ति, शांति, और नैतिक जीवन पर बल देता है। हिंदू धर्म के मूल सिद्धांत अहिंसा, शाकाहार, और प्रार्थना को बढ़ावा देता है।
यह भी वीडियो भी देखें :
Hindi News / Jodhpur / जोधपुर में बन रहा है राजस्थान का दूसरा अक्षरधाम मंदिर, देश में और कहां-कहां हैं ये मंदिर