Rajasthan: राजस्थान में बड़ा एक्शन, एक ही दिन में 4 कांस्टेबल बर्खास्त, 2 ASI व 1 हेड कांस्टेबल निलम्बित
थाने ले जाने और डरा धमकाकर दो जनों से दो लाख रुपए व साढ़े आठ लाख रुपए की क्रिप्टो करेंसी की अवैध वसूली मामले में आरोपी चार कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया।
जोधपुर पुलिस की छवि पर दाग लगाने वाले सात पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई। इनमें एक मामले में दो युवकों को थाने ले जाकर वसूली करने को लेकर आरोपी चार कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया। वहीं दूसरे मामले में परिवाद पर कार्रवाई नहीं करने पर दो एएसआइ व एक हेड कांस्टेबल को निलम्बित कर दिया गया। पहले मामले में एक आरोपी कांस्टेबल फरार चल रहा है।
पहला मामला : पहले मॉल से किया अपहरण फिर थाने ले जाकर वसूली
थाने ले जाने और डरा धमकाकर दो जनों से दो लाख रुपए व साढ़े आठ लाख रुपए की क्रिप्टो करेंसी की अवैध वसूली मामले में आरोपी चार कांस्टेबल को शनिवार को बर्खास्त कर दिया गया। एक अन्य कांस्टेबल व वारदात में शामिल अन्य अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) आलोक श्रीवास्तव ने इस संबंध में आदेश जारी किए।
इसके तहत कांस्टेबल पालड़ी सिद्धा गांव निवासी राकेश पूनिया, नागौर में कुरछी गांव निवासी नरसिंहराम जाट, थोब गांव निवासी जगमालराम जाट व जालोर में भाड़वी के वाड़ा गांव निवासी लादूराम मेघवाल को सेवा से बर्खास्त किया गया है। इन्हें गत 16 जुलाई की देर रात ही निलम्बित कर दिया गया था।
चारों आरोपियों ने सरदारपुरा थाने के कांस्टेबल ऋषभ की मदद से गत 14 जुलाई की शाम चार बजे मानजी का हत्था में मॉल के बाहर से दिलीप गौड़ व दोस्त रमेश शर्मा का कार में अपहरण कर लिया था। इन्हें माता का थान थाने ले जाकर डरा-धमकाकर दो लाख रुपए व दिलीप के मोबाइल से साढ़े आठ लाख रुपए की क्रिप्टो करंसी की अवैध वसूली की थी। गत 16 जुलाई की रात महामंदिर थाने में पांच कांस्टेबल व अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई थी। दूसरे दिन चारों को गिरफ्तार किया गया था।
पांच दिन और रिमाण्ड मांगा, पर जेल भेजा
जांच कर रहे आइपीएस अधिकारी हेमंत कलाल ने दो दिन रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर बर्खास्त चारों कांस्टेबल को शाम को कोर्ट में पेश किया। दो लाख रुपए, क्रिप्टो करंसी बरामद करने व पूछताछ के लिए आरोपियों का पांच-पांच दिन और रिमाण्ड मांगा गया। इस दौरान आरोपियों के अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा।
दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने चारों कांस्टेबल को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए। पुलिस ने आरोपियों को 17 जुलाई को गिरफ्तार किया था। कोर्ट के आदेश पर दो दिन रिमाण्ड लिया गया था। इसके बावजूद चारों से कोई बरामदगी नहीं हो पाई। पुलिस की मानें तो आरोपियों ने जांच में सहयोग नहीं किया।
दो दिन से अनुपस्थित है एक अन्य सिपाही
प्रकरण में सरदारपुरा थाने के कांस्टेबल ऋषभ जाट की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जाती है, जो गत 14 जुलाई की दोपहर 12 बजे तीन दिन की छुट्टी लेकर थाने से निकला था। दो दिन से उसकी अनुपस्थिति लग रही है।
दूसरा मामला : 32 माह तक दबाए बैठे रहे परिवाद, तीन पुलिसकर्मी निलंबित
प्राइवेट कम्पनी में नौकरी लगाने का झांसा देकर चार युवकों से दो लाख रुपए ऐंठने संबंधी परिवाद की 32 महीने तक सरदारपुरा थाने में एफआइआर दर्ज न करने को गंभीर अनियमितता व लापरवाही मानते हुए शनिवार को दो एएसआइ और एक हेड कांस्टेबल को निलम्बित कर दिया गया।
तीनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस कमिश्नर राजेन्द्रसिंह ने बताया कि पीड़ित ने गत दिनों पेश होकर शिकायत की थी। जांच में विभागीय अनियमितताएं और लापरवाही पाई गईं। इस पर एएसआइ परसाराम व हनुमानराम और हेड कांस्टेबल शकील खां को निलम्बित किया गया है। साथ ही जांच के आदेश दिए गए हैं। वर्तमान में एएसआइ हनुमानराम प्रतापनगर थाने और हेड कांस्टेबल शकील खां यातायात विभाग में पदस्थापित हैं।
यह वीडियो भी देखें
चार जनों से दो लाख रुपए ऐंठे थे
बालेसर थानान्तर्गत सेखाला में भालू राजवा निवासी भोमाराम मेघवाल बताया कि उसने 10 अक्टूबर 2022 को महेन्द्रसिंह भाटी के खिलाफ एक परिवाद दिया था। जिसमें महेन्द्रसिंह पर प्राइवेट कम्पनी में नौकरी लगाने का झांसा देकर भोमाराम, दोस्त जब्बरसिंह, जितेन्द्र व मगाराम से 50-50 हजार रुपए और दस्तावेज लेने का आरोप लगाया गया था। परिचित ऐजाज ने महेन्द्र सिंह से मिलवाया था। भोमाराम का एक दोस्त ओमप्रकाश रुपए नहीं दे पाया था। रुपए व दस्तावेज देने के बावजूद पीड़ितों को नौकरी नहीं मिली थी।
Hindi News / Jodhpur / Rajasthan: राजस्थान में बड़ा एक्शन, एक ही दिन में 4 कांस्टेबल बर्खास्त, 2 ASI व 1 हेड कांस्टेबल निलम्बित