त्रिवेणी का गेज अभी भी तीन मीटर के ऊपर बह रहा है, जिससे बांध में निरंतर पानी आ रहा है। बीते चौबीस घंटों में बांध के जलस्तर में 8 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। गुरुवार सुबह तक बीसलपुर का जलस्तर 314.30 आरएल मीटर पर पहुंच चुका था। वहीं त्रिवेणी का गेज सुबह छह बजे 3.10 मीटर था। इस स्थिति को देखते हुए जलप्रबंधन विभाग और प्रशासन सतर्क हो गया है।
बांध प्रशासन ने बांध के गेट खोलने की तैयारियों को तेज़ कर दिया है। अधिकारियों ने सायरन बजाने की व्यवस्था, आसपास के नागरिकों को सूचना देने की प्रणाली और सुरक्षा इंतज़ामों का जायजा लिया है। जानकारी के अनुसार, बीसलपुर बांध में कुल 18 गेट हैं, जिन्हें खोलने से पहले प्रशासनिक स्तर पर कई प्रक्रियाएं पूरी की जाती हैं।
परंपरा के अनुसार, गेट खोलने से पहले पूजा-अर्चना भी की जाती है और आसपास के क्षेत्रों में सायरन बजाकर अलर्ट किया जाता है। बांध का भरना न सिर्फ जयपुर, अजमेर और टोंक के लोगों के लिए राहत की खबर है, बल्कि यह आने वाले दिनों में पीने और सिंचाई के पानी की स्थायी उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगा।
इस बार की सावन की बारिश ने बीसलपुर को संजीवनी दी है और अब सबकी निगाहें इसी पर टिकी हैं, क्या इस बार भी बीसलपुर छलकेगा?