पुलिस लाचार, जनता में खौफ
रात के सन्नाटे में चौराहे पर टोना-टोटके की करतूतें बच्चों और आम लोगों के मन में डर का जहर घोल रही हैं। मटकी, नींबू-मिर्च, काले कपड़े, तिल, फल-फूल, माला और अजीबोगरीब चीजें गुमटी के अंदर बिखरी मिली हैं। हैरानी की बात ये है कि हमारी सुरक्षा की जिम्मेदार पुलिस खुद असुरक्षित है। जिस गुमटी से अपराध पर नकेल कसनी चाहिए, वहां ढोंगी बेखौफ अपना खेल खेल रहे हैं। पुलिस की खामोशी इन ढोंंगियों को बढ़ावा दे रही है।
प्रशासन की चुप्पी, पाखंडियों का हौसला
ये ढोंगी धर्म की आड़ में न सिर्फ लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं, बल्कि समाज को अंधविश्वास की गहरी खाई में धकेल रहे हैं। प्रशासन की उदासीनता ने इन पाखंडियों के हौसले बुलंद कर दिए हैं। सवाल उठता है कि आखिर कब तक ये घिनौना खेल चलता रहेगा? क्या प्रशासन को इस जहर का कोई इलाज नहीं दिखता? रिद्दी-सिद्धी चौराहा तो बस एक शुरुआत है, ये अंधविश्वास का काला साया धीरे-धीरे शहर में और जगहों पर भी बढ़ रहा है।
बच्चों के कोमल मन पर डर का गहरा असर
रिद्दी-सिद्धी चौराहा जयपुर का एक व्यस्ततम इलाका है। यहां से रोजाना हजारों स्कूली बच्चे और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र गुजरते हैं। रात के समय टोना-टोटके की ये करतूतें बच्चों के कोमल मन पर डर का गहरा असर डाल रही हैं। अभिभावक भी चिंतित हैं कि उनके बच्चे इस खौफनाक माहौल में कैसे सुरक्षित रहेंगे।