7 दिन में मांगा गया जवाब
अपर कलेक्टर गौरव बैनल के मुताबिक कॉलोनी सेल से कॉलोनाइजर्स को कॉलोनी डवलप करने के लिए विकास अनुमति जारी हुई थी। इनमें से कई कॉलोनी में सालों बाद भी विकास कार्य पूरे नहीं हुए हैं। वैधानिक रूप से तीन साल में कॉलोनी का काम पूरा होना चाहिए। दूसरे चरण में 11 कॉलोनियों को चिन्हित किया है, जिनमें 4 से 10 साल पहले विकास कार्यों की अनुमति दी गई थी, लेकिन काम नहीं हुए। नोटिस देकर जिम्मेदारों से सात दिन में जवाब मांगा है। इसके बाद परीक्षण करेंगे कि यदि मौके पर बिलकुल भी कार्य नही हुआ या काम होने की कोई गुंजाइश नहीं है तो प्लॉट राजसात की कार्रवाई करेंगे और उससे विकास कार्य कराए जाएंगे।
इन कॉलोनियों को नोटिस जारी
एसएस ग्रीन्स: श्रीनाथ जी डेवलपर्स, ग्राम बोरखेड़ी, महू ज्ञानशिला सिटी: ज्ञानशिला डेवलपर्स, महूगांव ओएस्टर ग्रीन्स माउंट सिटी 2: ब्लू हाइट्स डेवलपर्स, मिर्जापुरस भिचौली हप्सी एस सिटी: जेएंडबी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स, पालाखेड़ी मां क्षिप्रा विहार: अरुण सिंह ठाकुर, पीरकराड़िया स्मार्ट सिटी: मुस्तफा अकबर अली बोहरा, गौतमपुरा गोल्डन वैली कॉलोनी: मुकेश, दुधिया भिचौली हप्सी ट्रेजर फेंटेसी: वंडरलैंड रियल इस्टेट, रंगवासा राऊ एस 3 मॉडर्न सिटी: एस 3 इन्फ्रास्ट्रक्चर, हातोद
अचिरा पॉम: रोड़वाल रियलिटीज, सिमरोल, महू सिद्धि ओलम्पिया: लिम्बोदागारी बिल्डकॉन, मल्हारगंज