गोरखपुर-कुशीनगर में 86.600 किलोमीटर लंबाई
गोरखपुर मंडल के किन-किन गांवों से होते हुए एक्सप्रेसवे गुजरेगा, ये भी तय हो चुका है। ये प्रक्रिया पहले ही बिहार में पूरी हो चुकी है। गोरखपुर-कुशीनगर में 86.600 किलोमीटर लंबाई 525.590 किमी एक्सप्रेसवे में होगी। गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur Siliguri Expressway) को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से शुरू करने का एलाइनमेंट साल 2022 में हुए सर्वे में हुआ था।
NHAI ने मांगा राजस्व नक्शा
गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर होते हुए अगस्त 2024 तक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना थी। गोरखपुर मंडल में 112 किमी लंबाई इसमें शामिल थी। जिसके बाद दूरी कम करने को लेकर निर्माणाधीन जगदीशपुर जंगल कौड़िया फोरलेन से एक्सप्रेसवे शुरू करने का सर्वे एलाइनमेंट कमेटी ने कराया। 26.600 किलोमीटर दूरी इस सर्वे के बाद कम हुई। गोरखपुर-कुशीनगर होते हुए एक्सप्रेसवे का निर्माण करना 2 महीने पहले ही तय हुआ है। जिला प्रशासन से राजस्व नक्शा NHAI ने मांगा है, जिससे जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
सरंडा गांव से नया एक्सप्रेसवे होगा शुरू
एक्सप्रेसवे की लंबाई 8 किमी गोरखपुर में तहसील सदर क्षेत्र में होगी। एक्सप्रेसवे, कुशीनगर-लखनऊ हाईवे से निर्माणाधीन जगदीशपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन (Jagdishpur Jungle Kauriya Four Lane) पर शुरू होगा। हाईवे से करीब 4 किमी दूर स्थित सरंडा गांव से नया एक्सप्रेसवे शुरू होगा। एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय गोरखपुर में 23 राजस्व गांवों और कुशीनगर के हाटा, कसया एवं तमकुहीराज तहसील के 141 गांवों से होते हुए लिया गया है।
कुल 164 गावों के मांगे नक्शे
सदर तहसील के रमवापुर, नैयापार खुर्द, कर्महा तप्पा पतरा, महराजी तप्पा पतरा, सोनवे गोनरहा, अगया तप्पा पतरा, उसका, मटिहनिया जनुबी, भापुरवा, गौरा, राउतपुर, महुअवा खुर्द, बसंतपुर एहतेमाली, बसंतपुर खास, बसंतपुर तप्पा केवटली, बसंतपुर मुतंजा, लुहसी, हेमछापर और सरंडा गांवों समेत कुशीनगर के हाटा, कसया और तमकुहीराज तहसील के कुल 164 गावों के राजस्व नक्शे की मांग की गई है। NHAI के पीडी ललित प्रताप पाल का कहना है कि गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट तय हो गया है। एक्सप्रेस वे अब गोरखपुर-कुशीनगर जिले से होते हुए बनेगा।