जिला परिषद कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में जिले की 28 ग्राम पंचायतों में निर्माणाधीन डिजिटल लाइब्रेरी परियोजना की गहन समीक्षा की गई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य कार्यकारी अधिकारी एएन सोमनाथ ने की। जिनके नेतृत्व में यह पूरी पहल एक मिशन का रूप ले चुकी है। बैठक में सभी सरपंचगण और ग्राम विकास अधिकारी शामिल हुए। जिसमें निर्णय हुआ कि अक्टूबर तक सभी लाइब्रेरी भवन पूर्ण रूप से तैयार हों ताकि गांवों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण डिजिटल शिक्षा समय पर मिल सके।
बैठक में इको निडस फाउंडेशन के संस्थापक और ‘वॉटर हीरो ऑफ इंडिया’ डॉ. प्रियानंद आगले ने भी भाग लिया। उन्होंने पंचायतों को सलाह दी कि हर ग्राम पंचायत में लाइब्रेरी प्रबंधन समिति बने, जिसमें 7 सदस्य हों और एक पंजीकृत बैंक खाता भी खोला जाए ताकि संचालन में पारदर्शिता और स्थायित्व बना रहे।
पंचायतों का दौरा, काम की निगरानी सीईओ एएन सोमनाथ और डॉ. आगळे ने बीते पांच दिनों में कई पंचायतों का दौरा किया। उन्होंने न केवल भवन निर्माण की गुणवत्ता की समीक्षा की, बल्कि डिज़ाइन को स्मार्ट, उपयोगकर्ता, अनुकूल और समावेशी बनाने दिशा-निर्देश दिए।
आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होंगी लाइब्रेरी हर डिजिटल लाइब्रेरी में ये सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। जिसमें हाई-स्पीड इंटरनेट, कंप्यूटर, टैबलेट,प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए डिजिटल सामग्री, ज्ञानवर्धक पुस्तकें, स्वच्छ पेयजल, बालक-बालिका के लिए पृथक शौचालय, सीसीटीवी कैमरे शामिल हैं।