पुतले को छिनने के लिए पुलिस और कांग्रेसियों के बीच हल्की झूमा-झटकी भी हुई। कांग्रेसियों ने कहा कि विधानसभा सत्र का अंतिम दिन अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठाया जाना था, जिससे ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के घर पर ईडी की रेड करवा दी गई। ईडी का छापा केंद्र एवं राज्य सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध को उजागर करता है।
CG Congress Protest: सरकार डराने की कोशिश कर रही है
भाजपा ईडी जैसी एजेंसियों को विपक्ष के नेताओं को डराने और दबाने के लिए इस्तेमाल कर रही है। प्रदेश संयुक्त महामंत्री पंकज महावर ने कहा कि
भाजपा की राजनीति अब जांच एजेंसियों के सहारे चल रही है। विफलताओं से घिरी भाजपा सरकार दुर्भावना से ईडी को मोहरा बना दिया है।
ईडी की कार्रवाई लोकतंत्र की सीधी हत्या है और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश है। हम सब एकजुट होकर इस लोकतांत्रिक लड़ाई को लड़ेंगे।
जिला पंचायत सदस्य कविता बाबर ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर जिस तरह से छापा मारा वह पूरी तरह से बदले की राजनीति का हिस्सा है। बघेल परिवार को डराने और धमकाने की कोशिश की गई है।
केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ पुतला दहन
पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष निशु चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अब इस सरकार से बुरी तरह त्रस्त हो चुकी है। यही वजह है कि कभी केंद्रीय मंत्रियों के काफिले को रोका जा रहा है, तो कभी उप-मुख्यमंत्री की गाड़ियों को। सत्ता पक्ष के सांसदों तक को अब जनता का सामना करने में मुश्किल हो रही है। सरकार डराने की कोशिश कर रही है। प्रदर्शन के दौरान
जिलाध्यक्ष शरद लोहाना, मोहन लालवानी, पूर्व महापौर विजय देवांगन, सलीम रोकड़िया, योगेश शर्मा, घनश्याम साहू, दीपक सोनकर, अरविंद दोशी, बृजेश जगताप, रामनाथ यादव, हितेश गंगवीर, राजेश ठाकुर, राजेश पांडे, उदित साहू, गौतम वाधवानी, गुरु गोपाल गोस्वामी, गीतराम सिन्हा समेत कांग्रेसी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।