पूर्व भारतीय विकेट-कीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर ने 1968 से 1976 तक लंकाशर की तरफ से 175 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 5942 रन बनाए और 429 कैच लपके। इस दौरान उन्होंने 35 बार स्टंपिंग की। फारुख इंजीनियर ने लगभग एक दशक तक लंकाशर की तरफ से खेला है। वहीं दो बार के वर्ल्ड कप चैंपियन टीम के कप्तान क्लाइव लॉयड ने 1970 की दशक में विदेशी खिलाड़ी के तौर पर लंकाशर से जुड़े। उनका लंकाशर से जुड़ाव दो दशक तक रहा।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर फारुख इंजीनियर ने सम्मानित होने के बाद कहा, “ओल्ड ट्रैफर्ड में मेरे नाम पर एक स्टैंड का होना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है, जहां से मेरी कुछ बेहतरीन यादें जुड़ी हैं। इस उम्र में क्लब द्वारा सम्मानित होना बहुत अच्छा लग रहा है।”
इस दौरान गेट के पास अपनी तस्वीर देखते ही 87 वर्षीय पूर्व भारतीय क्रिकेटर इंजीनियर के लिए यह पुरानी यादें ताज़ा हो गईं। उन्होंने कहा, “वो अविश्वसनीय समय था। लोग शहर के अलग-अलग हिस्सों से लंकाशर का खेल देखने आते थे। विशाल प्रशंसक आधार के साथ हम उन दिनों की सबसे प्रसिद्ध वन-डे टीमों में से एक थे।”
यहां यह भी बता दें कि पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज को पिछले साल बीसीसीआई लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, लेकिन उनके घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम में उनके नाम पर कोई स्टैंड नहीं है। हाल ही में इस स्टेडियम में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और दिवंगत अजीत वाडेकर के नाम पर स्टैंड का अनावरण किया गया था।