आपको बता दें कि तमिलनाडु टीम के कोच के रूप में एक उथल-पुथल भरा साल बिताने के बाद सुलश्रण कुलकर्णी पिछले घरेलू सत्र में महाराष्ट्र के मुख्य कोच थे। तमिलनाडु के साथ उनका कार्यकाल एक कटु मोड़ पर समाप्त हुआ था, जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में मुंबई के खिलाफ टीम की हार का ठीकरा कप्तान आर साई किशोर के तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिच पर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले पर फोड़ा था। मुंबई के पूर्व विकेट-कीपर बल्लेबाज ने 65 फर्स्ट क्लास मैच और 13 लिस्ट-ए गेम्स खेले हैं। उन्होंने 2012-13 में मुख्य कोच के रूप में मुंबई को 40वीं रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाया था।
एक नजर सुलक्षण कुलकर्णी के करियर पर
सुलक्षण कुलकर्णी ने 18 वर्ष की उम्र में अपने क्रिकेटर करियर की शुरुआत रेलवे क्रिकेट टीम की तरफ से की थी, लेकिन अगले सीजन में बॉम्बे क्रिकेट टीम से जुड़ गए। उन्हें वसीम जाफर के साथ 459 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप के लिए जाना जाता है, जो किसी भी विकेट के लिए मुंबई की सर्वोच्च साझेदारी है। उन्होंने वसीम जाफर संग यह रिकॉर्ड साझेदारी 1996-97 में सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के खिलाफ की थी। उस मुकाबले में वह अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर 239 रन पर आउट हुए थे, जबकि वसीम जाफर ने तिहरा शतक ठोका था। सुलक्षण कुलकर्णी ने पांच अलग-अलग रणजी टीमों की तरफ से खेल, लेकिन उनके 65 प्रथम श्रेणी मैचों में से 46 मुकाबले मुंबई की तरफ से खेला।