भाणूदा पहुंचे शहीद पायलट लोकेंद्र सिंह के परिजन। फोटो: पत्रिका
चूरू। राजस्थान के चूरू जिले में जहां पर फाइटर जेट क्रैश हुआ था, वहां पर शहीद पायलट लोकेंद्र सिंह के परिजन पहुंचे। परिजनों ने घटनास्थल की जमीन को नमन कर शहीद लोकेंद्र को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान माता-पिता सहित सभी परिजन भावुक हो गए। शहीद के पिता घटनास्थल से मिट्टी भी अपने साथ ले गए।
शहीद लोकेंद्र सिंह सिंधु के परिजन रविवार को हरियाणा से रतनगढ़ तहसील के भाणूदा पहुंचे। शहीद पायलट का परिवार करीब 2 घंटे तक घटनास्थल पर रुका। यहां परजिनों ने मिट्टी को छूकर शहीद को नमन किया और गंगाजल छिड़का। घटना स्थल को देखकर परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। शाम को शहीद के परिजन वापस हरियाणा के रोहतक के लिए रवाना हो गए।
शहीद के पिता को मिला बेटे की वर्दी का टुकड़ा
भाणूदा गांव में जहां पर फाइटर प्लेन कैश हुआ था, वहां पर जब शहीद के परिजन मौजूद थे। तभी पिता जोगिंदर सिंह की नजर बेटे की वर्दी के टुकड़े पर पड़ी। जिस पर स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह लिखा हुआ था। जैसे ही पिता ने वर्दी का टुकड़ा उठाया तो परिवार के सभी लोग भावुक हो गए।
माता-पिता अपने बेटे की वर्दी का टुकड़ा देखकर फूट-फूटकर रोने लगे। इस दौरान वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गई। बेटे की वर्दी का टुकड़ा मिलते ही बोले पिता बोले कि वाह, बेटा पूरा देश तुझे याद रखेगा। इस दौरान ग्रामीणों ने शहीद के परिजनों को सांत्वना दी। महिलाएं शहीद के परिजनों का ढांढस बंधाती नजर आई।
हरियाणा से ये लोग आए थे भानुदा
शहीद के लोकेंद्र के पिता जोगिंदरसिंह, मां अनिता देवी, चाचा जितेंद्रसिंह, बड़ा भाई ज्ञानेंद्र सिंह, भाभी सोनिका सिंह, भतीजी काशवी सिंधु, जीजा विंग कमांडर नवजीत, बहन सेवानिवृत्त स्क्वाड्रन लीडर अंजलि, भांजा अगसत्या सिंह, अनंजय सिंह और दोस्त हरीश भार्गव हरियाणा के रोहतक से चूरू जिले के भानुदा गांव में आए थे।
एक महीने पहले ही पिता बने थे लोकेंद्र सिंह सिंधु
लोकेंद्र सिंह सिंधु हादसे से महज एक महीने पहले ही पिता बने थे। उनकी शहादत ने हरियाणा में शोक की लहर दौड़ गई थी। शहीद लोकेंद्र की पत्नी सुरभि सिंधु डॉक्टर हैं। लोकेंद्र के पिता जोगेंद्र सिंधु महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड सुपरिटेंडेंट हैं। शहीद की बहन अंजलि भी रिटायर्ड स्क्वॉड्रन लीडर हैं।
9 जुलाई को हुआ था फाइटर जेट क्रैश
बता दें कि चूरू जिले में रतनगढ़ क्षेत्र के भाणूदा गांव में 9 जुलाई को भारतीय वायुसेना का फाइटर जेट क्रैश हो गया था। जिसमें सवार स्क्वाड्रन लीडर 32 वर्षीय लोकेंद्र सिंह सिंधु निवासी रोहतक हरियाणा और फ्लाइट लेफ्टिनेंट 24 वर्षीय ऋषिराजसिंह निवासी पाउटा जोधपुर शहीद हो गए थे। जिस जगह प्लेन क्रैश हुआ था, वहां बड़े इलाके में फाइटर जेट का मलबा बिखर गया था। विमान के मलबे के पास से बुरी तरह क्षत-विक्षत दोनों पायलटों के शवों के टुकड़े मिले थे।
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