स्वर कोकिला लता मंगेशकर के जाली, हस्ताक्षर, लेटर हेड और मुहर बनाकर दूसरों को ठगने वाली महिला के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। इस महिला का नाम रेवती खरे बताया जा रहा है। रेवती के नाम पर यह केस अंडर सेक्शन 420- धोखाधड़ी, 465, 468 और 471 के तहत दर्ज किया गया है। इस महिला ने न सिर्फ लता मंगेशकर के नाम का इस्तेमाल किया, ब्लकि उनके जाली हस्ताक्षर करके लाखों रूपए लोगों से वसूल किए हैं। फिलहाल मामले में किसी की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। रेवती देवी पर आरोप है कि वह सबको बताती थी कि लता दीदी का ट्रस्ट है, जिसके जरिए वह गरीबों की मदद करती हैं। लोग लता मंगेशकर का नाम और उनका पत्र देख आर्थिक मदद कर देते थे।
नालासोपारा में रहने वाले रेवती खरे महिला ने लता मंगेशकर के नाम के जाली साइन करके प्रोग्राम के निमंत्रण पत्रिका और लेटरहेड तैयार किए। बहुत से कार्यक्रमों के नाम पर रेवती खरे ने नकली पत्रिका वितरित करके और लोगों से आर्थिक मदद के रूप में काफी पैसे वसूल किए। लता मंगेशकर के एक रिश्तेदार ने इस बारे में लता मंगेशकर को बताया कि आपके नाम पर कोई महिला नकली पत्रिका में आपका नाम और हस्ताक्षर का इस्तेमाल करके कार्यक्रम के नाम पर लोगों से लाखों लूट रही है।
लता मंगेशकर को जब इस बात का पता चला तो सुनकर काफी धक्का लगा। लता मंगेशकर ने कहा कि मैं अपने कार्यक्रम के लिए किसी से भी आर्थिक मदद नहीं मांग रही हूं। मेरे नाम का गलत फायदा उठाया जा रहा है। यह बात ध्यान में आते ही लता मंगेशकर ने मुंबई के गावदेवी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस रेवती खरे नामक महिला को ढूंढ रही है।
पुलिस ने अब उन लोगों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं, जिनसे खरे ने मिलकर दान के लिए रकम ली है। जोन-2 के डीसीपी देयांश चव्हाण ने बताया, 'ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने लाखों में रकम दान की है, क्योंकि लता मंगेशकर का नाम इससे जुड़ा हुआ है।' पुलिस को शक है कि खरे का पूरा रैकेट है और वह लंबे समय से इसका प्लान बना रही थी। इसके अलावा वह अब तक लाखों रुपये भी बना चुकी है।'
मामले की जांच कर रहे एक पुलिस ऑफिसर ने बताया कि उनकी टीमें महिला की तलाश कर रही हैं। पुलिस दान देने वाले सभी लोगों के बयान दर्ज कर रही है। पुलिस इस बारे में लता मंगेशकर से भी बात करेगी।
Published on:
22 Sept 2017 06:42 pm