वीणा ने दौड़कर ग्रामीणों को बुलाया
दरअसल, ढाणी के पास बरसात का पानी एक बंधे में भर गया था। एएसआई जयकुमार ने बताया कि घटना भंवरदान चारण की ढाणी के पास हुई। सरला, अवनी और वीणा पानी में खेल रही थीं, तभी सरला और अवनी गहरे पानी में चली गईं। वीणा ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहने पर वह दौड़कर लोगों को बुलाने गई। ग्रामीणों ने बच्चियों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी सांसे थम चुकी थीं। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन भी मौके पर पहुंचे और बच्चियों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
गांव में गूंज रही थी हंसी-खुशी, अब पसरा सन्नाटा
गुरुवार शाम तक जिस घर में दो बच्चियां हंसी-ठिठोली कर रही थीं, वहां अब गमगीन सन्नाटा पसरा हुआ है। आसपास के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों बच्चियों के शव परिजनों को सौंपे गए। घटना के बाद तहसीलदार पूनम कंवर, जिला परिषद सदस्य मोहनदान चारण, सरपंच प्रतिनिधि शिव मेघवाल, छैलूदान, जेठूदान, लखनदान समेत कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया।