विश्व प्रसिद्ध पार्क गुएल को प्रकृति और वास्तुकला के विलक्षण समन्वय का प्रतीक माना जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विश्वविख्यात वास्तुकार अंटोनियो गौदी द्वारा डिज़ाइन किए गए इस यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल को विशेष रुचि से देखा।
मध्यप्रदेश में भी सुसज्जित पार्क विकसित किए जाएंगे
यहां की प्राकृतिक आकृतियों, रंगीन मोज़ाइक से सजे ‘ड्रैगन स्टेयर’, 86 स्तंभों वाले ‘हाइपोस्टाइल हॉल’ और ‘सर्पेन्टाइन बेंच’ जैसे स्थलों ने सभी को लुभाया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में भी इस प्रकार की थीम आधारित कलात्मकता और पारंपरिक कला से सुसज्जित पार्क विकसित किए जाएंगे। सीएम डॉ. मोहन यादव ने साग्रादा फमिलिया चर्च का भी भ्रमण किया। यह यूरोप का सबसे भव्य ऐतिहासिक गिरजाघर है जोकि 140 वर्षों से निर्माणाधीन है। विश्वभर में यह चर्च सांस्कृतिक आस्था और वास्तु नवाचार का प्रतीक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रसिद्ध वास्तुकार अंटोनिया गौदी की इस सबसे महत्त्वाकांक्षी परियोजना में धार्मिक स्थापत्य की गहराई, जैविक आकारों का प्रयोग और प्रतीकात्मक कला को विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन, ओंकारेश्वर, चित्रकूट जैसे धार्मिक स्थलों के उन्नयन में दीर्घकालिक दृष्टि, लोक सहभागिता और वैश्विक डिज़ाइन समन्वय का दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए।
पिकासो संग्रहालय भी घूमने गए
बार्सिलोना यात्रा के अंतिम दिन मुख्यमंत्री डॉ. यादव, पिकासो संग्रहालय भी घूमने गए। पाब्लो पिकासो की रचनाओं से समृद्ध यह संग्रहालय कला, नवाचार और अभिव्यक्ति का जीवंत उदाहरण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यहां प्रदर्शित “लॉस मेनिनास” जैसी श्रृंखलाओं, क्यूबिज्म आंदोलन और म्यूज़ियम की इंटरेक्टिव गैलरीज़ को देखा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बार्सिलोना प्रवास के अनुभवों के साथ भारत लौटने की तैयारी की। वे रात में बार्सिलोना से दुबई होते हुए दिल्ली के लिए रवाना होंगे।