इंदौर में भी ये जांच हुई थी, जिसका अनुभव अब काम आएगा। यह निरीक्षण सुरक्षा मानकों और परिचालन तैयारियों का आखिरी मूल्यांकन होता है। इसके बाद कमर्शियल रन की मंजूरी मिल जाती है। भोपाल में अक्टूबर 2025 में कमर्शियल रन प्रस्तावित है।
ये देखेगी सीएमआरएस टीम
● ट्रैक की गुणवत्ता, गेज के साथ पुलों, वायडक्ट्स की मजबूती। ● ट्रैक के स्लीपर और बलास्ट की स्थिति। ● ब्रेकिंग सिस्टम, दरवाजों का संचालन, अग्निशमन प्रणाली, सिग्नलिंग प्रणाली। ● नियंत्रण कक्ष, इलेक्ट्रिकल और पावर सप्लाई, स्टेशनों पर प्लेटफार्म की सुरक्षा, एस्केलेटर, लिट और सीढ़ियों की कार्यक्षमता और सुरक्षा।
इस रूट पर सबसे पहले चलेगी मेट्रो
भोपाल मेट्रो का पहला रूट AIIMS से करोंद तक है, जिसकी कुल लंबाई 16.05 किलोमीटर है। इस परियोजना का काम वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। इसमें से सुभाष नगर से AIIMS तक का 6.22 किमी लंबा हिस्सा प्रायोरिटी कॉरिडोर के रूप में तैयार किया गया है। इस हिस्से में सुभाष नगर, आरकेएमपी, अलकापुरी, डीआरएम और एम्स जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं। मेट्रो ट्रैक के साथ-साथ दोनों स्टील ब्रिज की लोड टेस्टिंग भी पूरी की जा चुकी है। अब सिर्फ अंतिम स्वीकृति और निरीक्षण बाकी है।