फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप और फर्जी केवाईसी कॉल के जरिए ठगी के केस बढ़े हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार जांच कर रही है। साइबर पुलिस के अनुसार बीते दो महीने मई और जून में कुल 127 मामले दर्ज किए गए हैँ। इसमें सबसे ज्यादा सोशल मीडिया फ्रेंडशिप और इंस्टा ग्राम लकी ड्रा जैसे स्कैम से जुड़े थे। इन मामलों में पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
इस तरह के मामले आए
केस-1 दोस्ती बनाकर खाते से उड़े रुपए श्यामला हिल्स निवासी पीड़िता महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि फेसबुक पर एक विदेशी प्रोफाइल से उनकी दोस्ती हुई। इसके बाद बातचीत शुरू हो गई थी। कुछ दिन बाद उस युवक ने कीमती गिफ्ट भेजने का बहाना बनाया, फिर कस्टम क्लियरेंस, जीएसटी और ट्रांसफर चार्ज के नाम पर महिला से करीब 1.8 लाख रुपए वसूले गए। इसके बाद ठग दुबारा ऑनलाइन नहीं आया।
केस-2
लकी ड्रा, 50 हजार की चपत पुलिस ने लिखी रिपोर्ट के अनुसार मिसरोद इलाके के निवासी एक युवक को इंस्टाग्राम पर एक लिंक मिला जिसमें लकी ड्रा जीतने का दावा था। लिंक क्लिक करते ही फोन हैक हो गया और खाते से 50 हजार रुपए कट गए। अनजान लिंक पर क्लिक न करें, सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती करने से बचें, किसी भी कॉल पर बैंक की निजी जानकारी साझा न करें। साथ ही ठगी होने पर तत्काल 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं। शिकायत मिलने पर कार्रवाई जारी है। ठगी के ग्राफ में इस साल गिरावट आई है।- अखिल पटेल, डीसीपी, क्राइम
साइबर आंकड़े (मई-जून 2025)
-सोशल मीडिया फ्रेंडशिप 34 केस- 28 लाख से अधिक ठगी -इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप स्कैम 22 केस – 15 लाख ठगी -फेक केवाईसी, बैंक कॉल ठगी 39 केस- 40 लाख से ज्यादा -ऑनलाइन खरीददारी ठगी – 18 केस 12 लाख -नौकरी व इनाम दिलाने के नाम पर ठगी – 9 केस 7 लाख -टेक सपोर्ट ठगी- 5 केस 4 लाख -कुल 127 केस में 1.06 करोड़ से अधिक ठगी