LPG Gas Connection Subsidy: कनेक्शनधारी वेंडर या एजेंसी के माध्यम से केवाइसी नहीं करवाते हैं तो उन पर कनेक्शन विच्छेद के साथ ही सब्सिडी बंद करने की कार्रवाई की जा सकती है।
LPG Gas connection subsidy (फोटो सोर्स : एआई जेनरेटेड)
LPG Gas Connection Subsidy: एलपीजी गैस कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए ई-केवाइसी को अनिवार्य किया गया है। उपभोक्ताओं को 30 जून तक केवाइसी करवानी थी लेकिन प्रगति बेहद कम होने के कारण समय अवधि को बढ़ाकर 30 जुलाई कर दिया है। इस दौरान कनेक्शनधारी वेंडर या एजेंसी के माध्यम से केवाइसी(E-Kyc) नहीं करवाते हैं तो उन पर कनेक्शन विच्छेद के साथ ही सब्सिडी बंद करने की कार्रवाई की जा सकती है।
बता दें जिले में इंडियन ऑयल कंपनी की कुल 25 एजेंसी संचालित हैं। जिनसे 1 लाख 97 हजार 67 उपभोक्ता जुड़े हैं। इनमें से अभी तक 45 फीसदी लोगों ने ही केवाइसी करवाई है। जबकि एचपी की 3 और भारत गैस की 6 एजेंसियों से 83 हजार उपभोक्ता जुड़े हैं, जिनमें से 33 हजार उपभोक्ताओं ने ही केवाइसी करवाई है। एजेंसी संचालकों द्वारा वेंडरों को केवाइसी करवाने के निर्देश जारी किए हैं, मगर हॉकर कनेक्शनधारियों की केवाइसी करने की बजाय डिलेवरी देकर लौट जाते हैं। ऐसे में लोग उज्ज्वला योजना से भी वंचित रह सकते हैं।
उज्ज्वला योजना से कट सकता है पत्ता
पेट्रोलियम मंत्रालय ने उपभोक्ता की सही पहचान करने के साथ गैस वितरण प्रणाली को प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए केवाइसी को अनिवार्य किया है। जिले में करीब डेढ़ लाख उपभोक्ता उज्ज्वला योजना(Ujjwala Yojana Subsidy) का लाभ ले रहे हैं। केवाइसी न करवाने पर पहले ऐसे उपभोक्ताओं की छटनी करके सब्सिडी से वंचित किया जाएगा। यदि समय रहते केवाइसी नहीं करवाई तो कनेक्शन भी बंद किया जा सकता है। फिलहाल भारत मंत्रालय की ओर से कार्रवाई के निर्देश नहीं किए गए हैं। लोगों को केवाइसी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रभावी कदम तक नहीं उठाए जा रहे हैं।
लोगों को नहीं है जानकारी
ई-केवाइसी के लिए उपभोक्ताओं में जागरूकता अभियान नहीं चलाया जा रहा है। अधिकांश लोगों को यह तक नहीं पता है कि उनकी गैस के लिए केवाइसी होनी है। खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के माध्यम से गैस एजेंसियों को जागरूकता कार्यक्रम के लिए निर्देशित तक नहीं किया गया है। शहर में 55 हजार एलपीजी गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ता हैं। इसमें से अब तक 35 हजार लोगों ने ही केवाइसी में रुचि दिखाई है। 20 हजार उपभोक्ताओं की केवाइसी अभी भी अधूरी है। इसके लिए गैस एजेंसी संचालकों ने कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर ई केवाईसी करने की जानकारी दी है। जबकि ग्रामीण इलाकों में संचालित हो रही एजेंसियों की हालत और भी खस्ता है।
केवाईसी के प्रति जागरूकता
केवाईसी के प्रति जागरूकता (फोटो सोर्स : पत्रिका)
फैक्ट फाइल
फैक्ट फाइल (फोटो सोर्स : पत्रिका)उपभोक्ता केवाइसी के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। एक बार फिर तारीख बढ़ा दी है। वेंडरों के माध्यम से भी डोर टू डोर केवाइसी करवा रहे हैं। फिलहाल कार्रवाई के निर्देश नहीं आए हैं।– हरिओम श्रीवास्तव, महाप्रबंधक, इंडियन ऑयल ग्वालियर