दुर्ग पुलिस ने बघेल के घर के निकासी गेट पर बेरिकेटिंग कर दी थी। ईडी की 6 गाड़ियां जैसे ही दरवाजे से निकलने लगी, रायपुर से पहुंचे विकास उपाध्यय समेत अन्य समर्थकों ने ईडी की गाड़ी को घेर लिया। एएसपी अभिषेक झा की अगुवाई में पुलिस विरोध करने वालों को हटाने लगी।
टीम को भूपेश बघेल के घर से साइड वाले रास्ते से निकालने की व्यवस्था की गई। इस पर समर्थको ने घेराव कर दिया। उन्हें करीब 200 पुलिस फोर्स की मौजूदगी में निकाला गया, लेकिन समर्थकों ने ईडी की गाड़ी को घेर लिया। ईडी की गाड़ियों को पीटना शुरू कर दिया। कई समर्थक ईडी की गाड़ियों पर चढ़ कर विरोध करने की कोशिश की।
Chaitanya Baghel News: परिवार के लोग देते रहे आवाज
जब
ईडी की टीम चैतन्य बघेल उर्फ बिट्टू को लेकर जाने लगी तो पीछे से दरवाजे तक परिवार के लोग आए। वे बिट्टू को आवाज दे रहे थे। मौके पर मौजदू चरोदा निगम सभापति कृष्णा चंद्राकर वहां पर समर्थकों को समझाने लगे लेकिन आक्रोशित समर्थक खींचतान करते रहे।
ईडी ने मांगी थी सुरक्षा के लिए पुलिस बल
ईडी के अधिकारियों ने दुर्ग पुलिस से सेफ्टी के तौर पर पुलिस बल की मांग की। दुर्ग एसएसपी ने करीब 200 फोर्स तैनात कर दिए। वहीं 50 बल भिलाई तीन थाना में रिजर्व रखा था। इधर समर्थकों ने जब देखा कि एक के बाद एक पुलिस की बस आ रही है तो उन्हें आभास हो गया कि गिरफ्तारी तय है। इसके बाद जो पुलिस और समर्थकों के बीच संघर्ष शुरू हो गया। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को सुबह 6.15 बजे 6 गाड़ियों में ईडी की टीम भूपेश बघेल के पदुमनगर भिलाई तीन स्थित निवास पहुंची। घर पर भूपेश बघेल, चैतन्य बघेल समेत पूरा परिवार मौजूद था। ईडी के अधिकारी परिचय देते हुए घर के अंदर गए। भूपेश बघेल से पूछताछ के बाद उन्हें स्वतंत्र कर दिया। वे करीब 10.30 बजे विधानसभा मानसून सत्र के लिए निकल गए। ईडी की टीम ने चैतन्य बघेल के करीब 11.30 बजे हिरासत में लिया। विरोध के बीच पुलिस 12.40 बजे ईडी की गाड़ियों को निकाल पाई।