उन्होंने कहा कांवड़ यात्रा करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ी है। इसे लेकर विभिन्न जिलों में जो घटनाएं हो रही हैं, वे सामान्य नहीं हैं। यह सपा की सोच का हिस्सा हो सकता है, हालांकि पुलिस जांच कर रही है, इसलिए फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी। इसके अलावा इंडिया महागंठबंधन की बैठक को लेकर कहा कि यह स्वार्थी और बेमेल लोगों का गठबंधन है।
सपा प्रमुख की सोच हिंदू विरोधी
भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी की सोच हमेशा से हिंदू विरोधी रही है। “ऋषि-मुनियों और कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए बयान यही दर्शाते हैं। इंडिया गठबंधन केवल अवसरवाद और स्वार्थ का गठजोड़ है, जिसकी विचारधारा हिंदू विरोध से ग्रसित है।”
कानून-व्यवस्था पर सख्त रुख
उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश में कानून का राज है और कोई भी अराजकता फैलाने की कोशिश करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है, लेकिन किसी की आस्था को आहत करने की इजाजत नहीं दी जाएगी, उन्होंने कहा योगी सरकार ने हर समुदाय के पर्व-त्योहारों को सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए पहले से योजनाबद्ध व्यवस्था की है।
शिक्षक की कविता पर भी जताई नाराजगी
प्रेस वार्ता के दौरान जब बरेली के शिक्षक रजनीश गंगवार की कविता ‘कांवड़ लेने मत जाना तुम, ज्ञान का दीप जलाना’ का जिक्र किया तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने कहा, किसी भी धर्म की भावनाओं को चोट पहुंचाना पूरी तरह निंदनीय है। भारत विविध आस्थाओं का देश है, और हर किसी को अपने धर्म के अनुसार जीने का अधिकार है। कुछ लोग जानबूझकर विवाद पैदा करते हैं, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान सर्किट हाउस में भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिहं, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर, डॉक्टर विनोद पागरानी समेत कई भाजपा नेता मौजूद रहे।